अगले साल के अंत तक देश के सभी डॉक्टरों के पास होगी यूनिक आइडी

देश के सभी डॉक्टरों के पास 2024 के अंत तक एक विशिष्ट पहचान संख्या (यूनिक आइडी) होगी। अधिकारियों ने 31 अक्टूबर को कहा कि राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) राष्ट्रीय चिकित्सा रजिस्टर बनाने पर काम कर रहा है। एनएमसी के सदस्य डॉ. योगेन्द्र मलिक ने कहा कि नेशनल मेडिकल रजिस्टर (NMR) का पायलट प्रोजेक्ट अगले छह महीनों में लांच किया जाएगा। यह 2024 के अंत तक तैयार हो जाएगा।

एनएमआर भारतीय मेडिकल रजिस्टर (IMR) की जगह लेगा। इसे एनएमसी की वेबसाइट पर जनता के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। इसमें डॉक्टर की जानकारी जैसे उसका यूआइडी नंबर, पंजीकरण संख्या, नाम, कार्य स्थान, योग्यता सहित अन्य विवरण होंगे। डॉ. मलिक ने कहा कि डॉक्टरों के लिए 'एक देश एक पंजीकरण मंच' बनाने की पहल का उद्देश्य लालफीताशाही को खत्म करना है। इस समय लगभग 14 लाख डॉक्टर आइएमआर के साथ पंजीकृत हैं। उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि पूरा डाटा एनएमआर में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। उन्हें दोबारा पंजीकरण नहीं कराना होगा।