साइबर सुरक्षा में करियर के छलांगे लगाकर बढ़ते मौके

साइबर सुरक्षा में करियर के छलांगे लगाकर बढ़ते मौके

यकीनन इस समय साइबर सुरक्षा (साइबर सिक्योरिटी) में करियर के मौके छलांगे लगाकर बढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसमें कोई दो मत नहीं कि कोविड-19 के बाद की दुनिया डिजिटल दुनिया के रूप में दिखाई दे रही है और तेजी से बढ़ते साइबर अपराधों के कारण डिजिटल दुनिया में साइबर सुरक्षा की अहमियत ऊँचाई पर पहुँचते हुए दिखाई दे रही है।

 

बढ़ते साइबर अपराधों को रोकने के लिए साइबर सुरक्षा की अहमियत

हाल ही में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रीय साइबर अपराध पोर्टल (एनसीआरपी) को 2020 से फरवरी 2024 तक साइबर धोखाधड़ी से संबंधित 31 लाख शिकायतें मिली हैं। केंद्र सरकार के एक आधिकारिक कम्युनिकेशन में साइबर धोखाधड़ी में गिरफ्तारियों की कम संख्या को लेकर चिंता जताई गई है। साइबर धोखाधड़ी के मामलों में कुल गिरफ्तारियाँ कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा दर्ज किए गए मामलों के एक फीसदी से कम हैं। वर्ष 2023 में दर्ज करीब 66000 मामलों में गिरफ्तारी केवल 500 की हुई है। यह भी महत्वपूर्ण है कि बढ़ते साइबर अपराधों के कारण अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल असर गिर रहा है। एक हालिया सरकारी आकलन में सामने आया है कि पिछले तीन वर्षों में साइबर धोखाधड़ी से 25,000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।

छलांगे लगाकर बढ़ रहा है साइबर सुरक्षा का बाजार

जैसे-जैसे हमारी जिंदगी में इंटरनेट की दखल बढ़ती जा रही है वैसे-वैसे ही साइबर क्राइम की रफ्तार भी बढ़ रही है। साइबर क्राइम के अंतर्गत ब्लैकमेलिंग, स्टॉकिंग, कॉपीराइट, क्रेडिट कार्ड चोरी, फ्रॉड, पोर्नोग्राफी, डिजिटल अरेस्ट आदि साइबर ठगी के मामले आते हैं हाल ही में प्रकाशित वैश्विक साइबर बाजार का विश्लेषण करने वाले संगठन फॉर्च्युन बिजनेस इनसाइट की रिपोर्ट सितंबर 2024 के मुताबिक वर्ष 2023 में वैश्विक साइबर सुरक्षा का जो बाजार करीब 173 अरब डॉलर का है, वह 2032 तक करीब 562 अरब डॉलर की ऊंचाई पर पहुँचने का अनुमान है। डाटा सिक्युरिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (डीएससीआई) की रिपोर्ट के अनुसार अब साइबर क्राइम और सिक्युरिटी की चुनौती बढ़ गई है। ऐसे में इनसे जुड़े मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही। मॉर्डर इंटेसिजेंस की रिपोर्ट के अनुसार भारत की साइबर सुरक्षा सेवा कंपनियों का बाजार आकार वर्ष 2024 में 4.70 अरब डॉलर का  है, यह बाजार 2029 तक बढ़कर करीब 10.90 अरब डॉलर का हो जाने का अनुमान है।

नैसकॉम रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2025 तक 10 लाख स्किल्ड साइबर सुरक्षा प्रोफेशनल्स की जरूरत

देश में साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में करियर के मौके कितने तेजी से बढ़ रहे हैं, इसका अंदाज नैसकॉम साइबर सुरक्षा टास्क फोर्स की रिपोर्ट से लगा सकते हैं। इसके मुताबिक भारत में वर्ष 2025 तक 10 लाख स्किल्ड साइबर सुरक्षा प्रोफेशनल्स की जरूरत बताई गई है। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में भी निजी और सरकारी क्षेत्र में साइबर सुरक्षा प्रोफेशनल की मांग बढ़ती जा रही है। मध्यप्रदेश में भी साइबर ठगी के मामलों में तेजी से बढ रहे है। इसी वर्ष 2024 में जुलाई तक मध्यप्रदेश के लोगों के लगभग 300 करोड़ रुपये ठगों ने उड़ा लिए। विभिन्न प्रयासों के बाद भी  इसमें से लगभग 12 प्रतिशत राशि ही मिल पाएगी। ऐसे में मध्यप्रदेश में देश-दुनिया में ठगों के नेटवर्क तक पहुंचने और उन्हें पकड़ने के लिए मध्यप्रदेश पुलिस विभाग में पहली बार साइबर कंसल्टेंट्स (सलाहकारों) की भर्ती होने जा रही है। पहले चरण में 26 पदों पर नियुक्ति होगी। कंसल्टेंट के अतिरिक्त प्रदेश में अगले वर्ष 2025 में साइबर कमांडो भी पदस्थ किए जाने की संभावना है।

वर्क फ्रॉम होम से बढ़ती साइबर जोखिम ने बढ़ाए करियर मौके

जैसे-जैसे वर्क फ्रॉम होम का चलन बढ़ा है। वैसे-वैसे कंपनियों के लिए साइबर सुरक्षा का जोखिम बढ़ा है। चूँकि कंपनियों के निजी आंकड़ों को कर्मचारी अपने घर से लैपटॉप या घर पर लगे पीसी से एक्सेस कर रहे हैं। ऐसे में उनमें उसी स्तर का फायरवॉल या सिक्योरिटी सिस्टम न हो, जो ऑफिस वाले कंप्यूटर में होता है। अतएव साइबर अटैक की आशंका बढ़ जाती हैं। ज्ञातव्य है कि भारत एशिया का दूसरा और दुनिया का 12वाँ ऐसा देश है जिसका अपना अलग इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट है। इस कानून में हैकिंग, क्रेडिट कार्ड फ्रॉड, साइबर स्टॉकिंग, ब्लैक मेलिंग, कम्प्यूटर सोर्स कोड के प्रसारण, नग्नता तथा बौद्धिक संपदा, कॉपीराइटर तथा ट्रेडमार्क से जुड़े अपराध के खिलाफ सख्त प्रावधान बनाए गए हैं। वर्तमान में इंटरनेट पर होने वाले सभी अपराधों के मामले साइबर सुरक्षा प्रोफेशनल्स के माध्यम से ही निपटाए जा रहे हैं।

बहुआयामी साइबर सुरक्षा से बढ़ते बहुआयामी मौके

सामान्यतया एक साइबर सुरक्षा प्रोफेशनल के दो तरह के दायित्व हो सकते हैं। एक वह उसके कार्य क्षेत्र में आने वाले लोगों को साइबर अटैक से बचने और डाटा को सुरक्षित रखने संबंधी प्रमुख उपायों की जानकारी दें और दो, साइबर क्राइम की रोकथाम करें। साइबर सुरक्षा प्रोफेशनल के द्वारा जिन पांच प्रमुख उपायों की जानकारियाँ दी जानी चाहिए वे हैं- एक, हर प्लेटफॉर्म पर पासवर्ड मजबूत बनाने संबंधी मार्गदर्शन दिया जाना चाहिए। पासवर्ड में अल्फा-न्यूमरिक के साथ-साथ स्पेशल कैरेक्टर का इस्तेमाल उपयोगी होता है। अलग-अलग अकाउंट पर एक ही पासवर्ड इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। वाई फाई को भी मजबूत पासवर्ड से सिक्योर किया जाना चाहिए। दो, पर्सनल डिवाइस पर ऐप में संवेदनशील डेटा स्टोर करने वाले सिक्योरिटी टूल संबंधी पूरी जानकारी दी जानी चाहिए जो मालवेयर, रेंसमवेयर या साइबर क्राइम का पता लगा सके। घर के नेटवर्क में इसके लिए अक्सर फायरवॉल और एनक्रिप्शन का उपयोग किया जाता है। फायरवॉल डिवाइस, एप्लीकेशन को साइबर हमले से बचाती है। पब्लिक वाई-फाई से जुड़ना भी स्मार्टफोन और एप के लिए जोखिम की वजह बन सकता है। तीन, साइबर-इंश्योरेंस बीमा कवर भी जरूरी है। साइबर सुरक्षा के तमाम उपाय करने के बावजूद हैकर्स साइबर क्राइम के नए-नए तरीके अपना रहे हैं। इसे देखते हुए साइबर-इंश्योरेंस बीमा कवर लेना अब लाभप्रद बन गया है। एक कॉम्प्रिहेंसिव साइबर इंश्योरेंस कवर विभिन्नी प्रकार के साइबर जोखिम के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है। चार, चूँकि साइबर अपराधी अक्सर ई-मेल के जरिए फिशिंग हमले करते हैं। यूजर को ऐसे ई-मेल असली लगते हैं लेकिन वह फर्जी होते हैं। इनसे बचने संबंधी तरीके की जानकारी दी जानी चाहिए। पाँच, टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन उपयोगिता ध्यान में रखी जानी चाहिए। हो सकता है कि हैकर किसी व्यक्ति के पासवर्ड को चोरी कर सकता है, लेकिन उसके पास मोबाइल मौजूद नहीं होगा जिस पर वेरिफिकेशन कोड या ओटीपी आएगा।  इसके हैकर एक्सेस नहीं कर सकेगा।

साइबर फॉरेसिक सेक्टर में तेजी से बढ़ते करियर

साइबर सुरक्षा सेक्टर में साइबर क्राइम बढ़ने से साइबर फॉरेंसिक क्षेत्र भी करियर की नई फील्ड के तौर पर उभरा है। यदि हम तेजी से बढ़ते हुए अन्य क्षेत्रों को देखें तो पाते है कि ब्लैकबेरी और आईफोन जैसे एडवांस स्मार्टफोन्स और फेसबुक जैसी तमाम सोशल नेटवर्किंग साइट्स के बढ़ते इस्तेमाल ने साइबर सुरक्षा एक्सपर्ट्स के लिए नई करियर संभावनाएं पैदा की हैं। इसके अलावा क्लाउड सिक्योरिटी और इंडस्ट्रियल सिस्टम की सुरक्षा जैसे विकल्प आगे बढ़ रहे हैं। वेब एप्लीकेशेन्स की सुरक्षा पर भी अब पहले की तुलना में ज्यादा ध्यान दिया जाने लगा है। इससे इस क्षेत्र में भी करियर बढ़ गए है। निश्चित रूप से मौजूदा मार्केट को देखते हुए मशीन लर्निंग, बिग डेटा, आईओटी, क्लाउड कम्प्यूटिंग, ब्लॉकचेन जैसी स्किल की मांग बढ़ रही है।

साइबर लॉ सेक्टर में करियर की ऊँची संभावनाएँ

यह बात भी महत्वपूर्ण है कि यदि आपकी एक मुठ्ठी में साइबर सुरक्षा से संबंधित टेक्निकल डिग्री हो और दूसरी मुठ्ठी में साइबर लॉ की डिग्री हो तो आपका करियर और चमकीला बन सकता है। साइबर लॉ आपके लिए संभावाओं से भरपूर क्षेत्र है। वर्तमान में इंटरनेट पर होने वाले सभी अपराधों के मामले साइबर लॉ के माध्यम से ही निपटाए जा रहे हैं। साइबर अपराधों के साथ-साथ साइबर लॉयर की माँग भी खासी बढ़ रही है।       वास्तव में साइबर लॉ एक तरह का विनियमन है जो कॉपीराइट, बौद्धिक संपदा, अनुबंध आदि को अधिशासित करता है। इन विनियमों पर किसी एक देश का अधिकार नहीं है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी जगत में यह विस्तारित है। भारत में तकनीकी क्रांति, सूचना क्रांति, बीपीओ बूम और फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट से संबंधित नियमों के सरलीकरण के चलते विदेशी कंपनियों का देश में तांता लग गया है। ऐसे में देश में कॉर्पोरेट वकीलों तथा साइबर लॉ विशेषज्ञों की जबरजस्त माँग है। यदि आपकी सूचना प्रौद्योगिकी में अच्छी पकड़ है और लॉ के क्षेत्र में करियर बनाने में दिलचस्पी है तो साइबर लॉ आपके लिए संभावनाओं से भरपूर क्षेत्र है। साइबर लॉयर बनकर आप साइबर लॉ के क्षेत्र में अपना करियर बनाकर साइबर क्राइम विशेषज्ञ के रूप में ख्याति प्राप्त कर सकते हैं। मूलत: साइबर लॉयर वह शख्स होता है, जो हैकिंग, क्रेडिट कार्ड जलसाजी, ई-कॉमर्स तथा इंटरनेट पर ई- बिजनेस से रक्षोपाय के लिए डिजिटल हस्ताक्षर के संरक्षण, इनक्रिप्शन कोड या इलेक्ट्रॉनिक कोड आदि से जुड़े अपराधों से निपटता है। बौद्धिक संपदा कानून अथवा कॉपीराइट्स, सॉफ्टवेयर पेटेन्ट्स, नेट बैंकिंग जैसे प्रकरण भी साइबर लॉ की मदद से निपटाए जाते हैं। इसके लिए आपको विधि विषय में स्नातक उपाधि प्राप्त करने के बाद साइबर लॉ में डिग्री या डिप्लोमा प्राप्त करना होगा। साइबर लॉ में कोर्स करने के उपरांत आप स्वतंत्र रूप से बतौर कंसल्टेंट अपना कॅरियर आरंभ कर सकते हैं। अथवा साइबर क्राइम से जुड़े प्रकरणों में वकीलों की सहायता करने के लिए किसी लीगल कंसल्टिंग तथा आरबिट्रेशन फर्म में असिस्टेंट या जूनियर प्रेक्टिशनर की भूमिका अदा कर सकते हैं।

सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में साइबर सुरक्षा में करियर के भरपूर मौके

गौरतलब है कि साइबर सुरक्षा प्रोफेशनल्स के लिए गवर्नमेंट सेक्टर, आईटी, बैंक, फाइनेंस, ऑयल एंड गैस, टेलिकॉम, पावर, एयरलाइंस, ऑनलाइन मीडिया कंपनी, सोशल मीडिया आदि में करियर के बढ़ते हुए मौके हैं। देशी-विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियों में भी एथिकल हैकर्स की भारी डिमांड है। यदि हम तेजी से बढ़ते हुए अन्य क्षेत्रों को देखें तो पाते है कि ब्लैकबेरी और आईफोन जैसे एडवांस स्मार्टफोन्स और फेसबुक जैसी तमाम सोशल नेटवर्किंग साइट्स के बढ़ते इस्तेमाल ने साइबर सुरक्षा एक्सपर्ट्स के लिए नई करियर संभावनाएं निर्मित की हैं।

साइबर सुरक्षा में करियर की जरूरी स्किल्स

यह बात महत्वपूर्ण है कि साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में साइंस ही नहीं, बल्कि लॉ, आर्ट्स और कॉमर्स बैकग्राउंड वाले छात्रों के लिए भी कई तरह के कोर्सेज हैं। इस क्षेत्र में आने के लिए कम्प्यूटर और इंग्लिश स्किल्स बुनियादी जरूरत होती है। लैटरल हायरिंग के लिए ऐसे प्रोफेशनल्स की जरूरत होती हैं, जिन्होंने सी, सी++, विंडोज कर्नल, मालवेयर एनालिसिस, ऑटोमेशन और डेटा साइंस में काम किया हो। साथ ही कंपनियाँ ऐसे लोगों को तवज्जो देती हैं, जिनमें खुद से कुछ कर दिखाने की ललक हो।

साइबर सुरक्षा सेक्टर में करियर के लिए जरूरी डिग्रियाँ और जरूरी प्रशिक्षण

इस क्षेत्र में अच्छा करियर बनाने के लिए 12वीं के बाद कंप्यूटर इंजीनियरिंग/ कंप्यूटर साइंस/ आईटी में बीटेक/बीई कर सकते हैं। इनमें दाखिले के लिए 12वीं पीसीएम से पास होना जरूरी है। इसके बाद कंप्यूटर साइंस/कंप्यूटर इंजीनियरिंग/नेटवर्क इंजीनियरिंग/ आईटी/ साइबर सुरक्षा/ इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी या कंप्यूटर फॉरेंसिक में एमटेक का भी विकल्प है। इसके अलावा सिस्को और आईआईएसएससीसी (इंटरनेशनल इंफॉर्मेशन सिस्टम सिक्योरिटी सर्टिफिकेशन कंसोर्टियम) के सर्टिफिकेशन कोर्स भी हैं। सिस्को में सीसीएसपी, सीसीडीए, सीसीईएनटी जैसे कई कोर्सेज हैं। आईआईएसएससीसी से आप एसएससीपी, सीएपी, सीएसएसएलसीपी आदि कोर्स कर सकते हैं। कोर्स के बाद सिक्योरिटी एनालिस्ट या एथिकल हैकर के तौर पर काम की शुरुआत कर सकते हैं।

साइबर सुरक्षा में ऐसे बनाएं करियर

उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश तथा देशभर में कई संस्थानों में साइबर सुरक्षा से संबंधित डिप्लोमा, डिग्री तथा पोस्ट ग्रेजुएशन के विभिन्न कोर्स उपलब्ध हैं। आप अपनी रुचि, योग्यता और क्षमता के अनुरूप साइबर सुरक्षा का पाठ्यक्रम करने वाले किसी गुणवत्तापूर्ण संस्थान का चयन करके साइबर सुरक्षा के अच्छे करियर की डगर पर आगे बढ़ सकते हैं।

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