ट्रम्प की पार्टी लाएगी विधेयक, अब H-1B वीजा को पूरी तरह खत्म किया जाएगा
अमेरिका में भारतीयों की एंट्री में बड़ी मुश्किलें आ सकती हैं। H-1B वीजा को पूरी तरह खत्म करने के लिए विधेयक लाया जाएगा। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की करीबी और अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की सदस्य मार्जोरी टेलर ग्रीन ने कहा है कि जल्द ही इस संबंध में बिल पेश किया जाएगा। उनका आरोप है कि H-1B वीजा का दुरुपयोग हो रहा है।
अमेरिका फर्स्ट नीति के तहत H-1B वीजा कैटेगरी को खत्म किया जाएगा। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अगले 10 साल तक हर साल 10 हजार डॉक्टरों को H-1B वीजा जारी किए जाते रहेंगे। बता दें कि अभी हर साल 85 हजार H-1B वीजा जारी होते हैं, जिनमें लगभग 70% भारतीयों को मिलते हैं।
12 नवंबर को राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा था कि "अमेरिकियों के पास हर तरह का टैलेंट नहीं है, इसलिए H-1B वीजा जरूरी है"। 13 नवंबर को अमेरिकी वित्त मंत्री बेसेंट ने कहा था कि "विदेशी स्किल्ड वर्कर आएं, ट्रेनिंग दें और वापस लौट जाएं।" सितंबर में ट्रम्प H-1B वीजा फीस 88 हजार रुपये से बढ़ाकर 88 लाख रुपये कर चुके हैं।
ट्रम्प ने बीफ, कॉफी और कृषि उत्पादों से टैरिफ हटाया, महंगाई के चलते फैसला
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बीफ, कॉफी और फलों सहित दर्जनों कृषि उत्पादों पर लगे टैरिफ हटाने का फैसला किया है। इसके पीछे महंगाई को बड़ी वजह बताया गया है। हाल ही में हुए मेयर और गवर्नर चुनावों में महंगाई बड़ा मुद्दा बनी थी।
ट्रम्प प्रशासन के अनुसार यह फैसला उन उत्पादों की कीमतों को स्थिर रखने के लिए लिया गया है। टैरिफ का बोझ सीधे उपभोक्ताओं पर पड़ रहा था। बीफ, कॉफी, चाय, फलों का जूस, कोको, मसाले, केले, संतरे, टमाटर आदि को टैरिफ-फ्री कैटेगरी में शामिल किया गया है।
पिछले महीनों में बीफ सहित कई खाद्य उत्पादों की कीमतों में काफी बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। ब्राजील जैसे बड़े निर्यातक देशों पर बढ़े आयात शुल्क को भी लागत बढ़ने की एक वजह माना जा रहा था। हालांकि ट्रम्प प्रशासन पहले दावा करता था कि टैरिफ से कीमतों पर खास असर नहीं होता।
अमेरिका ने हाल ही में इक्वाडोर, ग्वाटेमाला, अल सल्वाडोर और अर्जेंटीना के साथ कृषि टैरिफ घटाने के समझौते किए हैं। नया आदेश इन्हीं समझौतों के अनुरूप बताया जा रहा है।