सुशील शुक्ल को मिला 2025 का बाल साहित्य पुरस्कार
साहित्य अकादमी ने 18 जून 2025 को बाल साहित्य पुरस्कार की घोषणा की। हिंदी में बाल साहित्य पुरस्कार भोपाल के लेखक सुशील शुक्ल को उनके संग्रह "एक बटे बारह" के लिए मिलेगा। झारखंड की पार्वती तिर्की को काव्य संग्रह "फिर उगना" के लिए युवा पुरस्कार मिलेगा। अकादमी ने 24 भाषाओं में बाल साहित्य और 23 भाषाओं में युवा पुरस्कार के लिए रचनाकारों का चयन किया है।
शुक्ल का संदेश
शुक्ल ने कहा, "आज के बच्चे समझदार हैं। उन्हें सिर्फ मनोरंजन नहीं, गहराई और संवेदना से भरा साहित्य चाहिए। बाल साहित्य बच्चों तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि उसकी विषयवस्तु ऐसी होनी चाहिए जिससे हर उम्र के पाठक जुड़ाव महसूस करें।"
उन्होंने यह भी कहा कि यह सम्मान उस सोच का पुरस्कार है कि बच्चों को भी गंभीर, समृद्ध साहित्य की जरूरत है, सिर्फ बचकाना मनोरंजन नहीं।
18 वर्षों से बाल साहित्य में सक्रिय
सुशील शुक्ल पिछले 18 वर्षों से बाल साहित्य में सक्रिय हैं। वे तक्षिला एजुकेशनल सोसाइटी के "एकतारा – बाल साहित्य और कला केंद्र" के निदेशक हैं। साथ ही बच्चों की चर्चित पत्रिकाएं "सायकिल" और "प्लूटो" के सह-संपादक भी हैं। उनके संग्रह "एक बटे बारह" की 6 महीने में ही 40 हजार से अधिक प्रतियां बिक चुकी हैं।
पुरस्कार और सम्मान
सुशील शुक्ल और पार्वती तिर्की दोनों को ₹50,000 नकद और एक ताम्रफलक (ताम्र पटिका) प्रदान किया जाएगा। यह सम्मान एक विशेष समारोह में दिया जाएगा, जिसकी तिथि बाद में घोषित की जाएगी।