अयोध्या राम मंदिर ध्वजारोहण – पीएम मोदी ने मंदिरों में दर्शन और पूजन किया
इंतजार की घड़ियाँ खत्म हुईं। 24 नवंबर 2025 को अयोध्या के भव्य श्री राम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर भगवा ध्वज लहरा गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभ मुहूर्त में ध्वजारोहण किया, जिससे 500 वर्षों का प्रतीक्षित सपना साकार हुआ।
ध्वजारोहण का विवरण
- ध्वज की लंबाई 22 फीट, चौड़ाई 11 फीट और वजन लगभग 3 किलो था।
- इस ऐतिहासिक अवसर पर लगभग 7,000 मेहमान उपस्थित थे, जिनमें यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल शामिल थे।
- ध्वजारोहण से पूर्व पीएम मोदी ने सप्त मंदिरों में दर्शन और रामलला की पूजा-अर्चना की।
पीएम मोदी के विचार
पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया पर कहा कि श्री राम परिवार का दिव्य दर्शन श्रद्धा और भक्ति से भावविभोर करने वाला है। उन्होंने सभी भारतीयों के उत्तम स्वास्थ्य और समृद्धि की प्रार्थना की।
प्रतिक्रियाएँ और बयान
- भाजपा नेता अपर्णा यादव ने इसे भारतीय संस्कृति, आस्था और पहचान को सशक्त करने वाला युगांतकारी प्रयास बताया।
- सीएम योगी आदित्यनाथ ने भगवा ध्वज के ऐतिहासिक महत्व को याद किया और सिख गुरु श्री तेग बहादुर जी महाराज को नमन किया।
- पीएम मोदी ने माता अन्नपूर्णा मंदिर में पूजा-अर्चना कर समस्त देशवासियों के उत्तम स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना की।
सप्त मंदिर दर्शन
ध्वजारोहण समारोह के दौरान पीएम मोदी ने महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, महर्षि वाल्मीकि, देवी अहिल्या, निषादराज और माता शबरी के सप्त मंदिरों का दर्शन किया और आशीर्वाद प्राप्त किया।
ध्वजारोहण के बाद अनुभव
पीएम मोदी ने इसे भावविभोर करने वाला अनुभव बताया और कहा कि राम मंदिर का ध्वज विकसित भारत के नवजागरण, नीति और न्याय का प्रतीक है। यह सदा आरोहित रहे।
विवाद
सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने अयोध्या ध्वजारोहण समारोह में सपा सांसद अवधेश प्रसाद को आमंत्रित न करने पर बीजेपी और योगी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि स्थानीय सांसदों को प्राथमिकता देनी चाहिए थी।