मांडू नगर पालिका ने जामा मस्जिद चौराहे का नाम बदलने की तैयारी कर ली है। नए नाम "वाग्देवी चौक" के तहत यहां कमल के फूल पर वाग्देवी (मां सरस्वती) की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। इसके लिए नगर परिषद ने मंजूरी दे दी है और टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
नगर परिषद अध्यक्ष मालती जयराम गावर और पार्षद ज्योति तिवारी ने जानकारी दी कि 15 जून को भूमि पूजन के साथ निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। प्रयास रहेगा कि बसंत पंचमी तक नाम परिवर्तन और प्रतिमा स्थापना की प्रक्रिया पूरी हो जाए।
मांडू नगर परिषद की पीआईसी में वाग्देवी प्रतिमा के प्रस्ताव को पारित कर टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। 15 जून को विधिवत भूमि पूजन कर कार्य आरंभ होगा।
12 जून को प्रतिमा स्थल का निरीक्षण करने चतुर्भुज श्री राम मंदिर के महामंडलेश्वर पीठाधीश्वर डॉ. नरसिंह दास महाराज, नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि जयराम गावर, सीएमओ संत कुमार चौहान, आर्किटेक्ट सलाहकार वकार शेख सहित कई गणमान्य लोग पहुंचे।
चतुर्भुज राम मंदिर: मांडू की विशेषता
मांडू के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व में वाग्देवी का विशेष स्थान है। यह नगर विश्व का एकमात्र ऐसा स्थल है जहाँ चतुर्भुज राम की मूर्ति स्थापित है। हर वर्ष देश-विदेश से लाखों पर्यटक मांडू के प्राचीन महलों और मंदिरों के दर्शन करने आते हैं। मां नर्मदा रेवा कुंड और अन्य धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालु पूजन-अर्चन करते हैं। वाग्देवी की प्रतिमा स्थापना मांडू की सांस्कृतिक विरासत में एक नया अध्याय जोड़ेगी।