मप्र बनाएगा लो अर्थ ऑर्बिट सैटेलाइट, बढ़ेगी डिजिटल डाटा ट्रांसफर की स्पीड
भारत के इतिहास में पहली बार सरकार द्वारा स्पेस रिफॉर्म की घोषणा की गई है। हमारे पास कम्युनिकेशन सेटेलाइट का लाइसेंस है। ऐसे में अब हम अंतरिक्ष में डिजिटल हाइवे तैयार करेंगे। इसके जरिए शिक्षा, चिकित्सा और अन्य महत्वपूर्ण डाटा को तेज एवं सुरक्षित तरीके से एक स्थान से दूसरे स्थान तक भेजा जा सकेगा।यह जानकारी अनंत टेक्नोलॉजीज के चेयरमेन एवं फाउंडर डॉ. सुब्बा राव पवुलुरी ने नईदुनिया से विशेष चर्चा में दी। उन्होंने बताया कि वे इस संबंध में मध्य प्रदेश सरकार से चर्चा करेंगे। प्रदेश सरकार स्पेस टेक पॉलिसी जारी कर रही है और यदि सरकार रुचि लेती है तो कंपनी इसमें निवेश करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि मध्य प्रदेश की जमीन से ही अंतरिक्ष में डिजिटल हाइवे तैयार हो।
भारतीय रक्षा प्रणाली में अनंत टेक्नोलॉजीज का योगदान
डॉ. सुब्बा राव ने बताया कि अनंत टेक्नोलॉजीज ने आकाश एयर डिफेंस सिस्टम, ब्रह्मोस मिसाइल और ड्रोन में अपनी तकनीक दी है। नेविगेशन सिस्टम, ऑन बोर्ड कंप्यूटर और इंटरफेस सिस्टम कंपनी द्वारा तैयार किए गए थे।
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ब्रह्मोस मिसाइल ने भारत की जमीन से 600 मीटर दूर स्थित पाकिस्तान एयरबेस को तबाह किया था। मिसाइल के मलबे में कंपनी द्वारा बनाए गए पुर्जे भी मिले, जिन्हें पाकिस्तान मीडिया ने भी दिखाया था। इस ऑपरेशन में उपयोग किए गए भारतीय ड्रोन में लंबी दूरी की विजुअल और विस्फोटक ले जाने व ब्लास्ट करने की तकनीक भी कंपनी ने विकसित की थी।
मध्य प्रदेश में सेटेलाइट के मिड और डाउनस्ट्रीम कार्य
एमपी में स्पेस टेक पॉलिसी लागू होने के बाद यहां कंपनियां और स्टार्टअप मिड व डाउन स्ट्रीम में काम कर सकेंगे। मिड स्ट्रीम में सेटेलाइट के नए कंपोनेंट पर रिसर्च होगी और उसके कुछ हिस्सों का निर्माण भी किया जाएगा।