इंदौर आठवीं बार बना देश का सबसे स्वच्छ शहर: राष्ट्रपति ने किया सम्मानित
17 जुलाई को दिल्ली में घोषित हुए स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 के नतीजों में इंदौर ने एक बार फिर देशभर में पहला स्थान हासिल किया है। यह लगातार आठवीं बार है, जब इंदौर को देश का सबसे स्वच्छ शहर चुना गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इंदौर को सम्मानित किया। इस बार इंदौर को "सुपर लीग" में भी शामिल किया गया है, जिसमें देश के उन 23 शहरों को जगह दी गई है जो अब तक के सर्वे में पहले, दूसरे या तीसरे स्थान पर रह चुके हैं।
इंदौर के महापौर का बयान
इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इंदौर फिर सिरमोर है। इस बार भारत सरकार ने इंदौर और इंदौर जैसे शहरों को अलग लीग में रखा था और उसके अलावा के शहरों की रैंकिंग की थी। इस लीग में हम देश के अन्य शहरों से पहले भी सबसे ऊपर थे। इस लीग में आकर भी इंदौर का परिणाम सिरमौर का है।
इंदौर का मॉडल और सफाई मित्र
महापौर ने आगे कहा कि इंदौर अब स्वच्छता का गुरु बन चुका है। इसके पीछे इंदौर की जनता और सफाई मित्रों की मेहनत और ताकत है। सफाई मित्रों की अथक मेहनत के कारण इंदौर आज इस पायदान पर पहुंचा है। हम आगे भी इस सिलसिले को कायम रखेंगे।
निगमायुक्त का बयान
निगमायुक्त शिवम वर्मा ने कहा कि हम इंदौर को हमेशा स्वच्छ बनाए रखने के लिए इसी जोश और जिम्मेदारी के साथ काम करेंगे। यह सम्मान हम सबकी साझा उपलब्धि है और हम अन्य शहरों को भी ट्रेंड करेंगे।
स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर की सफलता
स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर ने 2017 से लगातार पहले स्थान पर अपना स्थान बनाए रखा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इंदौर के इस कार्य को सराह चुके हैं और इसे दूसरे शहरों के लिए एक मॉडल बताया है।
स्वच्छता अवार्ड और रैंकिंग
स्वच्छता सर्वेक्षण के परिणाम घोषित होने के कार्यक्रम के साक्षी शहरवासी भी बने। निगम मुख्यालय पर बड़ी स्क्रीन पर कार्यक्रम का प्रसारण किया गया।
भोपाल, देवास, शाहगंज को प्रेसिडेंशियल अवॉर्ड
प्रेसिडेंशियल अवॉर्ड की महत्वपूर्ण श्रेणी में मप्र की राजधानी भोपाल, देवास नगर निगम और शाहगंज को सम्मानित किया जाएगा।
शहरों की नई आबादी श्रेणियां
अब पहली बार शहरों को 5 आबादी श्रेणियों में बांटा गया है:
- बहुत छोटे शहर – आबादी 20,000 से कम
- छोटे शहर - 20,000-50,000
- मध्यम शहर – 50,000-3 लाख
- बड़े शहर – 3 लाख-10 लाख
- मिलियन-प्लस शहर 10 लाख से अधिक