मध्यप्रदेश को 3 नई ट्रेनों की सौगात, रेल मंत्री ने की घोषणा
रेल मंत्री ने की घोषणा: मध्यप्रदेश को 2 माह में 3 नई ट्रेनें, इनमें 1 भोपाल में भी रुकेगी
मध्य प्रदेश के रेल नेटवर्क को अगले दो महीने में तीन नई ट्रेनों का तोहफा मिलने जा रहा है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 28 मई को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इसकी जानकारी दी। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी वर्चुअल रूप से जुड़े।
नई ट्रेनों की जानकारी:
- पहली ट्रेन ग्वालियर से बेंगलुरु तक चलेगी, जिसका स्टॉपेज भोपाल में भी होगा। इस ट्रेन की मांग लंबे समय से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया कर रहे थे।
- दूसरी ट्रेन रीवा से पुणे के बीच चलेगी।
- तीसरी ट्रेन जबलपुर से रायपुर के बीच चलेगी। इससे दूरी 103 किमी कम होकर 411 किमी रह जाएगी और यात्रियों का दो घंटे का समय बचेगा।
वैष्णव ने बताया कि गोंदिया-जबलपुर रेल लाइन को ब्रॉडगेज में बदलने के बाद इस क्षेत्र में विकास की रफ्तार बढ़ी है। गोंदिया से जबलपुर के बीच दूसरी रेल लाइन भी प्रस्तावित है, जिससे दक्षिण भारत की ट्रेनें नागपुर के बजाय चंद्रपुर-वर्धा होते हुए जबलपुर और फिर यूपी-बिहार जा सकेंगी।
राज्य के 5 बड़े रेलवे प्रोजेक्ट्स:
- भोपाल–रामगंजमंडी रेल लाइन: 2026 तक पूर्ण होगी, मध्यप्रदेश और राजस्थान के बीच कनेक्टिविटी बढ़ेगी।
- मनमाड़–इंदौर नई रेल लाइन: लंबाई: 309 किमी, लागत: ₹18,036 करोड़। इंदौर, धार, खरगोन, बड़वानी को महाराष्ट्र के नासिक और धुले से जोड़ेगी।
- भुसावल–खंडवा तीसरी और चौथी लाइन: लंबाई: 131 किमी, लागत: ₹3,514 करोड़। मालवाहन की क्षमता दोगुनी होगी।
- प्रयागराज–माणिकपुर तीसरी लाइन: लंबाई: 84 किमी, लागत: ₹1,640 करोड़। रीवा को प्रयागराज और चित्रकूट से बेहतर जोड़ने में मदद मिलेगी।
- रतलाम–नागदा तीसरी और चौथी लाइन: लंबाई: 41 किमी, लागत: ₹1,018 करोड़। पश्चिमी तटीय बंदरगाहों से दिल्ली, यूपी और मध्यप्रदेश की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। उपयोगिता दर 116% से घटकर 65% हो जाएगी।
उज्जैन के लिए विशेष मांग
मुख्यमंत्री यादव ने सिंहस्थ को ध्यान में रखते हुए उज्जैन को दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग से सीधी कनेक्टिविटी देने की मांग की। उन्होंने बताया कि दिल्ली से उज्जैन आने वाली ट्रेनों को नागदा में इंजन शिफ्टिंग के कारण आधा घंटा रुकना पड़ता है।