11 मार्च को मुख्यमंत्री मोहन सरकार ने विधानसभा में बजट पेश करने से पहले 2024-25 का आर्थिक सर्वेक्षण प्रस्तुत किया। इसके अनुसार, प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय 9% बढ़कर ₹1.39 लाख से ₹1.52 लाख हो गई है। राज्य की जीडीपी में 11% की वृद्धि हुई है, जिससे विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार अब ज्यादा कर्ज ले सकेगी, जबकि वर्तमान में सरकार पर ₹4 लाख करोड़ का कर्ज है।
आर्थिक सर्वेक्षण के प्रमुख बिंदु
- जीडीपी वृद्धि: राज्य की जीडीपी पिछले साल की तुलना में 11% बढ़कर ₹15,03,395 करोड़ तक पहुँच गई है।
- प्रति व्यक्ति आय: प्रति व्यक्ति आय ₹1.39 लाख से बढ़कर ₹1.52 लाख हो गई है, जो 9% की वृद्धि है।
- निवेश और रोजगार: पिछले 5 वर्षों में ₹46,000 करोड़ का निवेश आकर्षित हुआ है, जिससे 1.65 लाख लोगों को रोजगार मिला है।
- प्राइवेट सेक्टर में रोजगार: प्राइवेट सेक्टर में महिलाओं के रोजगार में 40% की कमी आई है। 2024 में महिलाओं को 6,564 नौकरियां मिलीं, जबकि 2021 में यह संख्या 10,963 थी।
- औद्योगिक वृद्धि: औद्योगिक यूनिट्स की संख्या में 31% की बढ़ोतरी हुई है, जिससे 1.65 लाख रोजगार और ₹46,000 करोड़ का निवेश प्राप्त हुआ है।
- पर्यटन में वृद्धि: पर्यटन क्षेत्र में 17% की वृद्धि हुई है और पर्यटकों की संख्या में 89.21% का इजाफा हुआ है।
- दूध, अंडे और मांस का उत्पादन: दूध का उत्पादन 5.98% बढ़ा है, जबकि अंडे और मांस का उत्पादन अधिक तेजी से बढ़ा है।
- शिक्षा और स्कूल छोड़ने की दर: स्कूल छोड़ने वाले छात्रों की संख्या में 36% की कमी आई है।
क्षेत्र विशेष में विकास
पर्यटन के क्षेत्र में मध्य प्रदेश ने बड़ी बढ़ोतरी देखी है, जिससे राज्य को ज्यादा राजस्व प्राप्त हुआ है। इसके अलावा, राज्य के डेयरी उद्योग में दूध उत्पादन बढ़ा है, हालांकि अंडे और मांस का उत्पादन अधिक बढ़ा है। सरकार के कई कार्यक्रमों जैसे दूध उत्पादन बढ़ाने की योजनाओं ने इस वृद्धि में योगदान दिया है।
कन्या विवाह योजना का बजट घटाया गया
सरकार ने 2024-25 के बजट में कन्या विवाह योजना के लिए आवंटन में कमी की है। 2023-24 में इस योजना पर ₹33,418 करोड़ खर्च किए गए थे, जबकि इस साल इसका आवंटन घटकर ₹769 करोड़ रह गया है।
औद्योगिक वृद्धि से रोजगार में बढ़ोतरी
मध्य प्रदेश में औद्योगिक यूनिट्स की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, जिससे रोजगार का सृजन हुआ और ₹46,000 करोड़ का निवेश हुआ। कुल 2,429 औद्योगिक यूनिट्स स्थापित की गई हैं, जिनसे 1.65 लाख नए रोजगार सृजित हुए हैं।
पर्यटन में वृद्धि
मध्य प्रदेश के पर्यटन उद्योग में तेजी से वृद्धि हुई है, जिससे राज्य को अधिक राजस्व मिला है। विशेष रूप से उज्जैन जैसे धार्मिक स्थलों पर पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।