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हॉस्पिटल एंड हेल्थ केयर मैनेजमेंट में करियर

यकीनन जिस तरह वर्ष 2022-23 के केंद्रीय बजट में हेल्थ सेक्टर के लिए बड़े आवंटन सुनिश्चित किए गए हैं और कोविड-19 के दौर में हेल्थ सेक्टर और हॉस्पिटल निर्माण के लिए अभूतपूर्व प्रोत्साहन दिए गए हैं, उससे हॉस्पिटल एंड हेल्थ केयर मैनेजमेंट सेक्टर में करियर के मौके छलांगे लगाकर बढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस सेक्टर को हेल्थ एडमिनिस्ट्रेशन, हेल्थ केयर एडमिनिस्ट्रेशन या हेल्थ केयर मैनेजमेंट के नाम से भी जाना जाता है। हमारे देश में जहाँ कोविड-19 ने हेल्थ केयर सर्विसेज की माँग विस्तारित की है, वहीं विगत दस वर्षों से हेल्थ से जुड़े निजी संगठनों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में प्रवेश करने से हॉस्पिटल मैनेजमेंट सेक्टर की तस्वीर में बड़ा बदलाव आया है। इस बदलाव ने देश में स्वास्थ्य सेवाओं एवं अस्पतालों की व्यवस्था के लिए हॉस्पिटल मैनेजमेंट में प्रशिक्षित प्रोफेशनल्स की माँग को बहुत बढ़ाया है।

छलांगे लगाकर बढ़ रहा है हॉस्पिटल एंड हेल्थ केयर मैनेजमेंट में करियर

हमारे देश में हॉस्पिटल उद्योग जितनी तेजी से छलांगे लगाकर बढ़ रहा है, उतनी ही तेजी से इस क्षेत्र में करियर के मौके बढ़ रहे हैं। नीति आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक देश के स्वास्थ्य सेवा बाजार का 80 फीसदी हिस्सा भारतीय अस्पताल उद्योग से संबंधित है। वर्ष 2016-2017 में, भारतीय अस्पताल उद्योग का आकार 61.79 अरब डॉलर था, वह तेजी से बढ़ते हुए 2023 तक करीब 132 अरब डॉलर की ऊँचाई पर पहुंच सकता है। चूँकि कोविड-19 के बाद अस्पतालों के बेड की संख्या बढ़ाना सरकार की प्राथमिकता में है, इससे भी हॉस्पिटल मैनेजमेंट सेक्टर तेजी से बढ़ेगा। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट के मुताबिक आबादी के लिहाज से भारत में करीब 1700 लोगों पर एक बेड है, जबकि चीन में प्रत्येक 1 हजार पर 4.2 बेड है। फ्रांस में 6.5, दक्षिण कोरिया में 11.5, इटली में 3.4 और अमेरिका में 2.8 बेड हैं। भारत सरकार की आयुष्मान भारत स्कीम से भी 2025 तक भारत के अस्पतालों में बेड्स की पूर्ति कई गुना बढ़ते हुए दिखाई देगी। इन विभिन्न कारणों से हॉस्पिटल मैनेजमेंट कोर्स करने वाले युवाओं की मांग बढ़ेगी।

हॉस्पिटल एंड हेल्थ केयर मैनेजमेंट के तहत कार्यों के विविध आयाम

सामान्यत: हॉस्पिटल प्रबंधक हॉस्पिटल के प्रशासकीय कार्यों का समग्र प्रभारी होता है। वह स्वास्थ्य प्रशासन तथा हॉस्पिटल प्रशासन के साथ-साथ रोगियों तथा हेल्थ केयर के विभिन्न पहलुओं का प्रभार अपने पास रखता है। उसका दायित्व विभिन्न पक्षों यथा नियोजन तथा नियंत्रण मेडिकल स्टॉफ का प्रबंधन, डेमोग्राफी और बायोस्टेटिस्टिक्स, हेल्थ केयर में प्रबंधन एवं अनुसंधान, इपिडेमियोलॉजी और सामुदायिक स्वास्थ्य तथा स्ट्रेटेजिक मैनेजेमेंट से जुड़ा होता है। हॉस्पिटल प्रबंधक के कार्यों में गैर चिकित्सकीय स्टॉफ की भर्ती और प्रबंधन, चिकित्सकीय लेखा तथा वित्त मर्केटिंग, दूरसंचार तथा सुरक्षा के अलावा अन्य सेवाओं का प्रबंधन भी शामिल है। उसे सभी विभागों के स्टॉफ तथा मैनेजमेंट, डॉक्टरों तथा मेडिकल विशेषज्ञों, पेरामेडिकल स्टॉफ, हेल्थ वर्कर के साथ अच्छा तालमेल बिठाने तथा संप्रेषण के साथ मरीजों की सुविधाओं को भी सुनिश्चित करना होता है।

हॉस्पिटल एंड हेल्थ केयर मैनेजमेंट में करियर की स्किल्स

जिन युवाओं को हेल्थ केयर सर्विसेज में अभिरुचि हो उनके लिए हॉस्पिटल मैनेजमेंट एक अच्छा करियर विकल्प है। हॉस्पिटल मैनेजमेंट के क्षेत्र में कॅरियर बनाने के लिए कई तरह के गुण तथा आवश्यक योग्यताएँ जरूरी है। इस क्षेत्र में कॅरियर बनाने वालों में निर्णय लेने की दक्षता तथा प्रबंधकीय सिद्धांतों तथा तकनीकों का ज्ञान होना आवश्यक है। इस कार्य के लिए चिकित्सीय कौशल नहीं बल्कि प्रबंधकीय कौशल की आवश्यकता होती है। इसलिए न केवल डॉक्टर तथा पैरामेडिकल स्टॉफ बल्कि साइंस बॉयालॉजी स्टूडेंट्स भी इससे जुड़ा पाठ्यक्रम अपनाकर इस क्षेत्र में अपना उज्ज्वल करियर बना सकते हैं।

हॉस्पिटल एंड हेल्थ केयर मैनेजमेंट के कोर्स

इस करियर में प्रवेश करने के लिए बैचलर ऑफ हॉस्पिटल मैनेजमेंट की डिग्री महत्वपूर्ण है, जिसकी समयावधि तीन वर्ष होती है। इस डिग्री के लिए प्रवेश पाने के लिए 12वीं में साइंस स्ट्रीम से बायोलॉजी के साथ कम से कम 50 प्रतिशत अंक अनिवार्य हैं। इसके बाद दो वर्ष की अवधि का एमबीए इन हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन कोर्स किया जा सकता है।

हॉस्पिटल एंड हेल्थ केयर मैनेजमेंट में रोजगार के विविध और चमकीले मौके

हॉस्पिटल मैनेजमेंट का कोर्स करने के बाद सरकारी तथा निजी, सभी तरह के अस्पतालों में काम के मौके होते हैं। नेशनल और इंटरनेशनल हेल्थ केयर इंस्टीट्यूट, नर्सिंग होम आदि में भी मौके होते हैं। बहुराष्ट्रीय हेल्थ केयर कंपनियों में भी अच्छे रोजगार के मौके होते हैं। इस क्षेत्र में आकर्षक सैलरी के साथ-साथ लोगों की सेवा करने का मौका भी मिलता है। कोविड-19 के कारण इस सेक्टर में वेतन में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।

देश भर में हॉस्पिटल मैनेजमेंट के कोर्स विभिन्न विश्वविद्यालयों और प्रायवेट सेक्टर के संस्थानों द्वारा संचालित किए जाते हैं। जो स्टूडेंट्स इस फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं, वे अपनी उपयुक्तता के अनुरूप किसी गुणवत्तापूर्ण संस्थान में प्रवेश लेकर हॉस्पिटल मैनेजमेंट सेक्टर में अच्छे करियर की डगर पर आगे बढ़ सकते हैं।

डॉ. जयंतीलाल भंडारी ( विख्यात करियर काउंसलर) 111, गुमास्ता नगर, इंदौर-9 (फोन- 0731 2482060, 2480090)