2035 तक बिना चिप वाले पासपोर्ट होंगे अमान्य
विदेश यात्रा या पहचान के लिए पासपोर्ट महत्वपूर्ण दस्तावेज है। सरकार उच्च तकनीक ई-पासपोर्ट को बढ़ावा दे रही है, जिसमें आरएफआईडी चिप लगी है जो धारक के बायोमेट्रिक डेटा को सुरक्षित रखती है। इससे इमिग्रेशन में समय की बचत होगी और फर्जीवाड़े पर रोक लगेगी।
इस साल मई से अब तक 80 लाख से अधिक ई-पासपोर्ट जारी किए जा चुके हैं। पुराने गैर-इलेक्ट्रॉनिक पासपोर्ट उनकी एक्सपायरी तक मान्य रहेंगे, लेकिन अब केवल ई-पासपोर्ट ही बनाए जाएंगे। पासपोर्ट एक्सपायर होने से आठ महीने पहले धारक को एसएमएस अलर्ट मिलेगा।
ई-पासपोर्ट अत्याधुनिक सुरक्षा फीचर्स से लैस हैं। आरएफआईडी चिप में धारक का बायोमेट्रिक डेटा एन्क्रिप्टेड रूप में संग्रहीत रहता है। इससे इमिग्रेशन काउंटर पर सत्यापन जल्दी होगा और किसी भी प्रकार के फर्जीवाड़े की संभावना कम होगी। वर्तमान में ई-पासपोर्ट की जांच सुविधा 100 देशों में उपलब्ध है।
पासपोर्ट सेवा कार्यक्रम संस्करण 2.0 के तहत अब केवल ई-पासपोर्ट ही जारी किए जाएंगे। सरकार का लक्ष्य है कि जून 2035 तक ई-पासपोर्ट पूरी तरह लागू हो जाए।