भारत की अर्थव्यवस्था में कृषि का 17-18 प्रतिशत योगदान
परिचय
भारतीय किसानों की मेहनत की वजह से भारत दुनिया के प्रमुख कृषि उत्पादक देशों में से एक बन गया है। किसानों की मेहनत ने भारत को कृषि क्षेत्र में दुनिया के शीर्ष निर्यातकों में से एक बना दिया है। इस लेख में भारतीय किसानों और कृषि क्षेत्र से जुड़े रोचक तथ्य साझा किए गए हैं।
भारत में कृषि का महत्व
कृषि भारत की सबसे पुरानी आर्थिक गतिविधियों में से एक है। उत्पादन के मामले में भारत दुनिया में दूसरे स्थान पर है। भारत 120 से अधिक देशों को कृषि उत्पाद, बागवानी उत्पाद और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ निर्यात करता है।
भारत में कृषि क्षेत्र सबसे अधिक रोजगार प्रदान करता है और यह श्रम प्रधान है। भारतीय कृषि काफी हद तक मानसून पर निर्भर है और मानसून की अनिश्चितता के कारण किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है। कृषि उत्पादन में रासायनिक इनपुट का भी महत्वपूर्ण योगदान है।
जीडीपी और रोजगार में योगदान
2018 तक, भारतीय कृषि ने लगभग 17-18% योगदान जीडीपी में दिया। 2021 तक यह घटकर लगभग 14% रह गया, क्योंकि अन्य क्षेत्रों का योगदान बढ़ गया। स्वतंत्रता के बाद कृषि का जीडीपी में योगदान अधिक था, लेकिन अब अन्य क्षेत्र आगे बढ़ चुके हैं।
2018 तक कृषि ने लगभग 50% कार्यबल को रोजगार दिया। कुल कृषकों में 30.33% महिलाएं हैं और कृषि श्रमिकों में 40.67% महिलाएं शामिल हैं।
किसानों को होने वाली चुनौतियाँ
भारत कृषि उत्पादन में शीर्ष पर होने के बावजूद किसानों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जैसे ऋण चुकाने में असमर्थता और आत्महत्या। कई किसान अनौपचारिक क्षेत्रों जैसे साहूकारों पर निर्भर हैं।
भारत के शीर्ष कृषि राज्य
भारत के टॉप 10 कृषि राज्य हैं: उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, पंजाब, आंध्र प्रदेश, असम, हरियाणा, गुजरात। विभिन्न कृषि उत्पादों के लिए राज्यों की रैंकिंग अलग-अलग है।