अंतरिक्ष यात्री शुभांशु के नाम पर योगी सरकार देगी छात्रवृत्ति
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला के नाम पर एक नई छात्रवृत्ति की घोषणा की है। यह छात्रवृत्ति उन छात्रों को दी जाएगी जो स्पेस टेक्नोलॉजी और अंतरिक्ष विज्ञान में उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं।
शुभांशु का नागरिक अभिनंदन
25 अगस्त को लखनऊ स्थित लोक भवन में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने शुभांशु को श्रीराम की प्रतिमा और अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने शुभांशु को प्रदेश का पहला अंतरिक्ष यात्री बताते हुए कहा कि उनकी उपलब्धियां नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा हैं।
भारत की अंतरिक्ष यात्रा को मिली नई दिशा
मुख्यमंत्री ने कहा कि चार दशक बाद भारत को फिर से अंतरिक्ष यात्रा का अवसर मिला और देशवासियों ने शुभांशु की इस यात्रा को उत्साह से देखा। उन्होंने 18 दिनों में 300 बार से अधिक पृथ्वी की परिक्रमा की। उन्होंने कहा, “जहां बहुत से लोग लखनऊ भी पूरी तरह नहीं देख पाते, वहीं लखनऊ के इस सपूत ने पूरी पृथ्वी का कई बार चक्कर लगाया।”
भारत की वैज्ञानिक विरासत का सम्मान
मुख्यमंत्री ने इसे भारत की वैज्ञानिक परंपरा से जोड़ते हुए कहा कि यह सफलता आधुनिक विज्ञान के साथ-साथ हमारी ऐतिहासिक परंपरा का भी प्रतीक है। शुभांशु के अनुभव 2027 के मिशन के लिए नई पीढ़ी को मार्गदर्शन देंगे।
स्पेस साइंस की शिक्षा में हुआ विस्तार
उन्होंने बताया कि अब उत्तर प्रदेश के कई तकनीकी विश्वविद्यालयों में स्पेस साइंस से संबंधित डिग्री प्रोग्राम शुरू हो चुके हैं, जो युवाओं को इस क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर देंगे।
उप मुख्यमंत्री और इसरो अध्यक्ष का संदेश
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने भी शुभांशु की उपलब्धियों पर गर्व जताया। इसरो के चेयरमैन वी. नारायणन ने कहा कि भारत 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में अंतरिक्ष मिशनों की अहम भूमिका होगी।
शुभांशु के परिवार का भी सम्मान
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री अनिल कुमार ने स्वागत भाषण में कहा कि शुभांशु की उड़ान भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। इस अवसर पर शुभांशु के परिवार को भी सम्मानित किया गया।