अमेरिकी पासपोर्ट टॉप 10 ताकतवर पासपोर्ट की सूची से बाहर
14 अक्टूबर को अमेरिकी पासपोर्ट पहली बार हेनली पासपोर्ट इंडेक्स की टॉप 10 सूची से बाहर हो गया है और अब यह 12वें स्थान पर पहुंच गया है। यह गिरावट वीजा नीतियों में बदलाव और ट्रंप प्रशासन की नीतियों के कारण हुई है।
सिंगापुर 193 देशों में वीजा-मुक्त यात्रा की सुविधा के साथ पहले स्थान पर है, जबकि दक्षिण कोरिया (190 देश) और जापान (189 देश) क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।
अमेरिकी पासपोर्ट धारकों को अब केवल 227 में से 180 देशों में वीजा-मुक्त यात्रा की अनुमति है, जो एक दशक पहले की तुलना में काफी कम है। अब यह रैंकिंग मलेशिया के साथ साझा की जा रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि ब्राजील, चीन, वियतनाम जैसे देशों ने अमेरिका के साथ वीजा-मुक्त समझौते रद्द कर दिए हैं, क्योंकि अमेरिका ने भी उन्हें ऐसा लाभ नहीं दिया। पापुआ न्यू गिनी, म्यांमार और सोमालिया जैसे देशों के नए ई-वीजा सिस्टम ने भी अमेरिकी पासपोर्ट की ताकत को सीमित कर दिया है।
इसके अलावा, हेनली ओपननेस इंडेक्स में अमेरिका 77वें स्थान पर है। जहां अमेरिकी नागरिक 180 देशों में वीजा फ्री यात्रा कर सकते हैं, वहीं अमेरिका केवल 46 देशों के नागरिकों को यह सुविधा देता है।
चीन की रैंकिंग में सुधार, भारत 85वें स्थान पर
चीन ने पिछले एक दशक में अपनी रैंकिंग में जबरदस्त सुधार किया है। 2015 में 94वें स्थान पर रहा चीन अब 64वें स्थान पर पहुंच गया है और अब उसके नागरिक 82 देशों में वीजा फ्री यात्रा कर सकते हैं।
वहीं चीन 76 देशों के नागरिकों को वीजा फ्री एंट्री देता है, जो अमेरिका से 30 अधिक है। रूस को हाल ही में चीन की वीजा-मुक्त सूची में शामिल किया गया है।
भारत इस सूची में 85वें स्थान पर है और भारतीय नागरिक 57 देशों में वीजा फ्री यात्रा का लाभ ले सकते हैं।