टीआरएफ को अमेरिका ने आतंकी संगठन घोषित किया, पाकिस्तान फिर FATF की ग्रे लिस्ट की ओर
अमेरिका ने पहलगाम आतंकी हमले के जिम्मेदार द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (SDGT) घोषित कर दिया है। इस हमले में 22 अप्रैल को 26 पर्यटकों को धार्मिक पहचान के आधार पर बेरहमी से मार डाला गया था।
TRF ने पहले इस हमले की जिम्मेदारी ली थी लेकिन बाद में पाकिस्तान के दबाव में अपना बयान वापस ले लिया। भारत ने हमले के लिए पाकिस्तान को सीधे जिम्मेदार ठहराया और 6-7 मई की रात 'ऑपरेशन सिंदूर' लॉन्च किया, जिसमें पीओके और पाकिस्तान स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर हमले किए गए। इन हमलों में आतंकी मसूद अजहर का परिवार भी मारा गया।
FATF की ग्रे लिस्ट में फिर फंस सकता है पाकिस्तान
अमेरिका के इस कदम के बाद FATF (फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स) की ग्रे लिस्ट में पाकिस्तान को दोबारा डाले जाने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। पाकिस्तान पहले 2008 और 2018 में FATF की निगरानी सूची में रह चुका है।
पूर्व पाक राजदूत हुसैन हक्कानी ने पाक अखबार डॉन की रिपोर्ट शेयर करते हुए लिखा कि अगर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को जिहादी संगठनों की पुनः सक्रियता के संकेत मिले तो पाकिस्तान को फिर ग्रे लिस्ट में डाला जा सकता है।
भारत की कूटनीतिक जीत और वैश्विक समर्थन
पहले भारत ने TRF को संयुक्त राष्ट्र में आतंकी संगठन घोषित कराने की कोशिश की थी, लेकिन चीन ने वीटो लगाकर इस प्रक्रिया को विफल कर दिया था। तब पाकिस्तान ने खुलेआम संसद में इसका श्रेय लिया था।
अब अमेरिका के फैसले से पाकिस्तान घिर गया है और वह TRF से पल्ला नहीं झाड़ सकता। भारत को इस मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय मंच पर बड़ी कूटनीतिक सफलता मिली है। अगली FATF बैठक आगामी 2-3 महीनों में होने वाली है और इस मुद्दे पर पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकती है।