37 साल बाद भारत फिर बनाएगा नागरिक विमान
भारत अब सिर्फ फाइटर जेट ही नहीं बनाएगा, बल्कि पूरी तरह से अपना पैसेंजर विमान भी तैयार कर सकेगा। महारत्न का दर्जा प्राप्त दिग्गज डिफेंस कंपनी हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने रूस की यूनाइटेड एयरक्राफ्ट कॉरपोरेशन (UAC) के साथ साझेदारी कर SJ-100 नागरिक विमान भारत में बनाने का MoU साइन किया।
साझेदारी और समझौता
MoU मॉस्को में साइन हुआ। HAL की ओर से प्रभात रंजन और UAC की ओर से ओलेग बोगोमोलोव ने हस्ताक्षर किए। यह साझेदारी HAL के शेयरों पर सकारात्मक असर डाल सकती है।
SJ-100 की खासियत
SJ-100 एक ट्विन-इंजन, नैरो-बॉडी जेट है, जो छोटे शहरों को जोड़ने में मदद करता है। दुनिया में 200 से ज्यादा SJ-100 विमान उड़ रहे हैं और 16 से अधिक एयरलाइंस इसे संचालित कर रही हैं। HAL के साथ यह विमान भारत में निर्मित होगा, जो UDAN योजना के तहत टियर-2 शहरों और छोटे कस्बों को जोड़ेगा।
मेक इन इंडिया का सपना
HAL ने पिछली बार 1961-1988 के बीच AVRO HS748 विमान का निर्माण किया था। 37 साल बाद भारत फिर से नागरिक विमान निर्माण की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। अगले 10 वर्षों में भारत को 200 से अधिक क्षेत्रीय जेट और 350 अतिरिक्त विमान की आवश्यकता होगी, जो इंडियन ओशन क्षेत्र के पर्यटन स्थलों के लिए काम आएंगे।
HAL की ताकत
- HAL सिर्फ फाइटर जेट्स का नहीं, बल्कि अब नागरिक विमानन में भी नया खिलाड़ी बन रहा है।
- कंपनी के पास 20 प्रोडक्शन डिवीज़न और 9 R&D सेंटर्स हैं।
- स्वदेशी परियोजनाओं जैसे HTT-40 ट्रेनर और LUH हेलीकॉप्टर में सफलता हासिल।
- HAL को 2024 में महारत्न का दर्जा मिला।
- कंपनी की ऑर्डर बुक 1,89,300 करोड़ रुपये की है।