वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट पेश करने जा रही हैं। इस बजट से आम जनता, उद्योगपति और छात्रों को काफी उम्मीदें हैं। वैश्विक मंदी के संकेतों के बीच पेश होने वाले इस बजट में घरेलू अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के साथ रोजगार सृजन पर फोकस हो सकता है। राजकोषीय घाटे को कम करने के लिए खर्च को कंट्रोल करने और टैक्स रेवेन्यू बढ़ाने के उपाय भी किए जा सकते हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हैं। यह सीतारमण का लगातार सातवां बजट होगा। अब तक किसी भी वित्त मंत्री ने लगातार इतने बजट पेश नहीं किए हैं। इस मामले में वह मोरारजी देसाई के छह बजट के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ देंगी। इससे पहले सीतारमण ने 2019 और 2024 के दो अंतरिम बजट और चार पूर्ण बजट पेश किए हैं।