महंगाई के मोर्चे (Inflation front) पर राहत देने वाली खबर है। खाने-पीने की चीजें सस्ती (Food items Cheap) होने के कारण जनवरी में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) (Consumer Price Index (CPI) आधारित खुदरा महंगाई दर घटकर (Retail inflation fell) 5 महीने के निचले स्तर 4.31 फीसदी (5-month low of 4.31 percent) पर आ गई है। दिसंबर महीने में यह 5.22 फीसदी हो गई थी, जबकि 5 महीने पहले अगस्त में यह 3.65 फीसदी पर थी।
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने 12 फरवरी को राष्ट्रीनय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के जारी आंकड़ों में बताया कि खुदरा महंगाई दर में आई ये गिरावट खाने का सामान सस्ता होने के कारण आई है। आंकड़ों के मुताबिक खुदरा महंगाई जनवरी में घटकर 4.31 फीसदी पर आ गई है। इससे पिछले महीने दिसंबर में यह 5.22 फीसदी और पिछले साल जनवरी में 5.1 फीसदी थी।
एनएसओ के जारी आंकड़ों के मुताबिक खाद्य महंगाई जनवरी में घटकर 6.02 फीसदी रही है, जो दिसंबर महीने में 8.39 फीसदी तथा एक साल इसी अवधि में 8.3 फीसदी थी। वहीं, ग्रामीण महंगाई 5.76 फीसदी से घटकर 4.64 फीसदी और शहरी महंगाई 4.58 फीसदी से घटकर 3.87 फीसदी पर आ गई है। दरअसल महंगाई के बास्केट में करीब 50 फीसदी योगदान खाने-पीने की चीजों का होता है।
उल्ले खनीय है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने खुदरा महंगाई दर वित्त वर्ष 2024-25 में 4.8 फीसदी और वित्तर वर्ष 2025-26 में 4.2 फीसदी रहने की संभावना जताई है। आरबीआई को यह जिम्मेदारी दी गई है कि खुदरा महंगाई दो फीसदी की घट-बढ़ के साथ चार फीसदी पर बनी रहे।