ईरान के राष्ट्रपति चुनाव में मसूद पेजेश्कियान ने सईद जलीली को बड़े अंतर से हरा दिया है। इसके बाद सवाल उठ रहे हैं कि नए राष्ट्रपति के पद ग्रहण के बाद ईरान के साथ संबंध कैसे रहेंगे. भारत और ईरान के संबंध अच्छे ही रहे हैं और राष्ट्रपति रईसी के शासनकाल में ईरान के साथ भारत की दोस्ती और भी गहरी हुई थी। ईरान में 19 मई को हुई एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत के बाद देश में राष्ट्रपति चुनाव में मसूद पेजेश्कियान ने सईद जलीली को बड़े अंतर से हरा दिया है। इसके बाद सवाल उठ रहे हैं कि नए राष्ट्रपति के पद ग्रहण के बाद ईरान के साथ संबंध कैसे रहेंगे। भारत और ईरान के संबंध अच्छे ही रहे हैं और राष्ट्रपति रईसी के शासनकाल में ईरान के साथ भारत की दोस्ती और भी गहरी हुई थी। यानी एक तरह से ईरान के सुप्रीम लीडर का समर्थन भी भारत-ईरान की दोस्ती को मिला हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी ने मसूद पेजेश्कियान को ईरान के राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई दी।