पीएम मोदी की मालदीव यात्रा में व्यापार और रक्षा समझौते
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 जुलाई को दो दिवसीय मालदीव दौरे पर पहुंचे। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने स्वयं एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। राजधानी माले में लोगों ने "मोदी ज़िंदाबाद" के नारे लगाए।
इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मुइज्जू के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई। भारत ने मालदीव को 4,850 करोड़ रुपए की लाइन ऑफ क्रेडिट (कर्ज) दी और फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर चर्चा की।
भारत और मालदीव के राजनयिक संबंधों के 60 वर्ष पूरे होने के अवसर पर स्मारक डाक टिकट जारी किया गया। इसके साथ ही मालदीव में 6 नई सामुदायिक विकास परियोजनाएं शुरू की गईं।
दोनों नेताओं के बीच कुल 8 समझौते हुए, जिनमें कर्ज, व्यापार, मत्स्य पालन, जल कृषि, डिजिटल परिवर्तन, फार्माकोपिया और UPI से संबंधित सहयोग शामिल हैं। साथ ही, दोनों ने मालदीव रक्षा मंत्रालय की नई इमारत का उद्घाटन भी किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने 'एक पेड़ माँ के नाम' अभियान के तहत मालदीव को एक पौधा उपहार में दिया। आरोग्य मैत्री पहल के अंतर्गत मालदीव को BHISHM मेडिकल क्यूब प्रदान किए गए। यह प्रधानमंत्री मोदी की तीसरी मालदीव यात्रा है, और वे राष्ट्रपति मुइज्जू के न्योते पर वहां गए हैं।
भारत-मालदीव संबंधों पर पीएम मोदी का बयान
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत के लिए मित्रता हमेशा पहले आती है। मालदीव भारत का सबसे करीबी समुद्री पड़ोसी है और नेबरहुड फर्स्ट नीति और SAGAR (सुरक्षा और क्षेत्र के सभी के लिए विकास) में मालदीव की विशेष भूमिका है।
मोदी ने कहा, "भारत को मालदीव का सबसे भरोसेमंद मित्र होने पर गर्व है। चाहे संकट हो या महामारी, भारत ने हमेशा पहले मदद की है — आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति से लेकर कोविड के बाद की आर्थिक पुनर्बहाली तक, भारत ने मालदीव के साथ मिलकर काम किया है।"