पीएम मोदी: आम लोगों के लिए डबल धमाका, सहकारी संघवाद को मिलेगा बल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीएसटी में सुधार को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि वैश्विक परिदृश्य में भारत को सही स्थान दिलाने के लिए समय के साथ बदलाव आवश्यक है। उन्होंने आत्मनिर्भर भारत के लिए अगली पीढ़ी के सुधारों पर जोर दिया। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि जीएसटी को और सरल बनाया गया है जिसका अगला सुधार नवरात्रि के पहले दिन लागू होगा।
04 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगर भारत को वैश्विक स्थिति में उचित स्थान दिलाना है तो समय के साथ बदलाव बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा, “समय पर बदलाव के बिना, हम अपने देश को आज की वैश्विक स्थिति में उसका उचित स्थान नहीं दिला सकते। मैंने 15 अगस्त को लाल किले से कहा था कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अगली पीढ़ी के सुधार करना बेहद जरूरी है।"
‘जीएसटी हो गया और भी सरल’
पीएम मोदी ने कहा, "अब जीएसटी और भी सरल हो गया है। 22 सितंबर को, जो कि नवरात्रि का पहला दिन है, अगली पीढ़ी का सुधार लागू हो जाएगा क्योंकि ये सभी चीजें निश्चित रूप से 'मातृशक्ति' से संबंधित हैं।"
‘बढ़ जाएगी दिवाली की रौनक’
उन्होंने कहा कि इस बार धनतेरस की रौनक और भी ज्यादा होगी क्योंकि दर्जनों चीजों पर टैक्स अब बहुत कम हो गया है। 8 साल पहले जब जीएसटी लागू हुआ था, तब यह स्वतंत्र भारत के सबसे बड़े आर्थिक सुधारों में से एक था और दशकों पुराना सपना पूरा हुआ था।
जीएसटी से किसे होगा फायदा?
प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी में आगे बढ़ते भारत में जीएसटी 2.0 को लागू किया गया है। यह देश के लिए "सपोर्ट और ग्रोथ की डबल डोज" है। नए सुधारों से गरीब, निओ मिडिल क्लास, मिडिल क्लास, महिलाएं, छात्र, किसान, युवा — सभी को टैक्स में छूट का सीधा लाभ मिलेगा।
‘भारत की अर्थव्यवस्था में जुड़े पंचरत्न’
प्रधानमंत्री मोदी ने जीएसटी सुधारों के 5 प्रमुख लाभ बताए, जिन्हें उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था के पंचरत्न कहा:
- टैक्स प्रणाली पहले से अधिक सरल और पारदर्शी हुई।
- नागरिकों की जीवन गुणवत्ता में सुधार आएगा।
- उपभोग और विकास को नई गति मिलेगी।
- व्यापार करने में आसानी से निवेश और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।
- विकसित भारत के लिए सहकारी संघवाद को मजबूती मिलेगी।