नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया गया है। बांग्लादेश के राष्ट्रपति के प्रेस सचिव जोयनल आबेदीन ने यह घोषणा की। अंतरिम सरकार का निर्णय राष्ट्रपति शहाबुद्दीन और भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के समन्वयकों के बीच एक बैठक के दौरान लिया गया। बांग्लादेश के राष्ट्रपति ने संसद को भंग कर दिया और यूनुस को अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया। अंतरिम सरकार के बाकी के सदस्यों के नाम को विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ बातचीत के बाद अंतिम रूप दिया जाएगा। भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन की 13 सदस्यीय टीम बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति और अंतरिम सरकार की रूपरेखा पर चर्चा करने के लिए बंग भवन गई थी। इससे पहले 5 अगस्त को बढ़ते विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर शेख हसीना ने प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। मोहम्मद यूनुस एक सोशल वर्कर, बैंकर और अर्थशास्त्री हैं। उनका जन्म 28 जून 1940 को गुलाम और अविभाजित भारत में हुआ। वे बंगाल के चिटगांव में एक जौहरी, हाजी मोहम्मद सौदागर के घर पैदा हुए थे। ढाका यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स की शुरुआती पढ़ाई के बाद वे अमेरिका चले गए, जहां वे PhD की और इकोनॉमिक्स पढ़ाने लगे। गरीबी मिटाने के लिए 2006 में ग्रामीण बैंक और मोहम्मद यूनुस को नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। लोगों को गरीबी से निकालने की वजह से मोहम्मद यूनुस को ‘गरीबों का दोस्त’ और ‘गरीबों का बैंकर’ कहा जाता था।