महेंद्र गुर्जर ने विश्व रिकॉर्ड के साथ जीता स्वर्ण पदक
26 मई को भारतीय पैरा एथलीट महेंद्र गुर्जर ने स्विट्जरलैंड के नॉटविल में आयोजित विश्व पैरा एथलेटिक्स ग्रां प्री में पुरुषों की भाला फेंक एफ42 श्रेणी में 61.17 मीटर का थ्रो कर विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक जीता।
27 वर्षीय भारतीय एथलीट ने ब्राजील के रॉबर्टो फ्लोरियानी एडेनिलसन द्वारा 2022 में बनाए गए 59.19 मीटर के पिछले विश्व रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। यह रिकॉर्ड उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में हासिल किया। उनके पहले दो थ्रो क्रमशः 56.11 मीटर और 55.51 मीटर के रहे। 25 मई को किए गए अंतिम तीन थ्रो 58.54 मीटर, 57.25 मीटर और 58.07 मीटर के रहे।
पैरा ओलंपिक में दो बार स्वर्ण पदक जीत चुके और विश्व रिकॉर्ड धारक सुमित अंतिल ने भी पुरुषों की भाला फेंक एफ64 श्रेणी में 72.35 मीटर का थ्रो कर शीर्ष स्थान हासिल किया। एफ64 वर्ग उन एथलीटों के लिए होता है जिनके एक या दोनों पैरों में हल्का मूवमेंट प्रभावित होता है या अंग नहीं होता।
महेंद्र के कोच समरजीत सिंह माल्ही ने पीटीआई को बताया, "यह एक संयुक्त स्पर्धा थी जिसमें विभिन्न वर्गों के पैरा एथलीटों ने भाग लिया। महेंद्र ने एफ42 में स्वर्ण पदक जीता और इसी वर्ग में विश्व रिकॉर्ड भी बनाया।" उन्होंने आगे कहा, "विभिन्न वर्गों के एथलीटों के लिए संयुक्त स्पर्धा में हिस्सा लेना सामान्य बात है।"
यह ग्रां प्री में महेंद्र का दूसरा स्वर्ण पदक है। इससे पहले 23 मई को उन्होंने लंबी कूद टी42 स्पर्धा में 5.59 मीटर के प्रयास से स्वर्ण पदक जीता था। कोच माल्ही ने कहा, "भाला फेंक के साथ-साथ हमने लंबी कूद की भी शुरुआत की है। यह उनकी पहली टी42 लंबी कूद प्रतियोगिता थी और इस स्वर्ण के बाद वह एशिया के नंबर एक खिलाड़ी बन जाएंगे।"