नरेंद्र मोदी ने 9 जून को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें पद और गोपनियता की शपथ दिलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत एनडीए के अलग-अलग दलों से कुल 71 सांसदों ने मंत्री पद की शपथ ली। इनमें से 30 को कैबिनेट मंत्री, 36 को राज्यमंत्री और 5 सांसदों को स्वतंत्र प्रभार के मंत्री के तौर पर शपथ दिलाई है। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेने वालों में से मध्य प्रदेश से कई चेहरे शामिल हुए।
मध्य प्रदेश कोटे से पांच सांसदों को मंत्री बनाया गया है। इसमें से 3 कैबिनेट और 2 को राज्यमंत्री बनाया गया है। एमपी से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया, वीरेंद्र खटीक, दुर्गादास उइके, सावित्री ठाकुर को मोदी की नई सरकार में जगह मिली है। इसमें जातीय समीकरणों को भी साधने की कोशिश की गई है।
शिवराज सिंह चौहान ने को पहली बार केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ ली। राज्य की विदिशा लोकसभा सीट से 8.21 लाख मतों के रिकॉर्ड अंतर से जीत हासिल की। ‘मामाजी’ के नाम से मशहूर मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान अपने विनम्र और मिलनसार स्वभाव के कारण अपने मित्रों ही नहीं विरोधियों में भी पसंद किए जाते रहे हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया को फिर से मोदी सरकार में जगह मिली है। उन्होंने केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। इन्होंने गुना लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा और शानदार जीत हासिल की।
मध्य प्रदेश कोटे से वीरेंद्र खटीक को भी मोदी कैबिनेट में जगह मिली है। उन्होंने केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली। इन्होंने टीकमगढ़ लोकसभा सीट से जीत हासिल की।
दुर्गादास उइके ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। मध्य प्रदेश की बैतूल लोकसभा सीट से वो दूसरी बार सांसद चुने गए।
मध्य प्रदेश कोटे से सावित्री ठाकुर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली। सावित्री ने कांग्रेस प्रत्याशी राधेश्याम मुवैल को धार लोकसभा सीट से 2 लाख 18 हजार 665 वोटों से मात दी।