चंद्रबाबू नायडू ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। बतौर सीएम यह नायडू की चौथी पारी है। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा समेत कई दिग्गज मौजूद रहे। नायडू सरकार में टीडीपी से 20, जनसेना से दो और भाजपा से एक को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। अभिनेता से नेता बने पवन कल्याण ने नायडू के बाद शपथ ली। वे राज्य के उपमुख्यमंत्री भी होंगे। इससे पहले टीडीपी और एनडीए ने नायडू को अपने विधायक दल नेता चुना था।
विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद विजयवाड़ा में टीडीपी, भाजपा, जनसेना गठबंधन के नेताओं ने राज्यपाल एस अब्दुल नजीर से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया था। नायडू के साथ कई और नेता भी मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
नायडू ने शपथ ग्रहण से एक दिन पहले घोषणा की कि अमरावती राज्य की एकमात्र राजधानी होगी। एनडीए विधायक दल की बैठक के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने दक्षिणी राज्य के लिए केंद्र सरकार से सहयोग मांगा है और उन्हें इसका आश्वासन भी मिला है।
आंध्र प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में राज्य की 175 में से 135 सीटें जीतकर चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली तेलुगु देशम पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनी। चुनाव में पवन कल्याण की जनसेना पार्टी ने 21 सीटें जीती हैं और भाजपा को भी आठ सीटों पर जीत हासिल हुई है। वहीं जगनमोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआरसीपी महज 11 सीटों पर सिमट गई है। आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में टीडीपी, जनसेना और भाजपा गठबंधन बनाकर चुनाव मैदान में उतरीं थीं।