इजराइल ने ईरान के एक और सर्वोच्च कमांडर को मार डाला
17 जून की देर रात, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजराइल के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी। उन्होंने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा - "जंग शुरू होती है। हम आतंकी इजराइल को कड़ा जवाब देंगे। उन पर कोई दया नहीं दिखाएंगे।"
इस घोषणा के कुछ समय बाद ही ईरान ने 25 मिसाइलें इजराइल पर दागीं।
ईरानी मीडिया के अनुसार, ईरान की सैन्य शाखा IRGC (इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स) ने पुष्टि की कि 18 जून को इजराइल पर फतह मिसाइल से हमला किया गया। यह पहली बार है जब इस संघर्ष में फतह-1 हाइपरसोनिक मिसाइल का उपयोग किया गया है।
IRGC ने दावा किया कि फतह मिसाइलों ने इजराइल के एयर डिफेंस सिस्टम को भेदते हुए उनके सुरक्षित ठिकानों को बार-बार निशाना बनाया। हालांकि, इजराइल को हुए नुकसान की कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है।
मौत और घायलों का आंकड़ा
इस बीच वॉशिंगटन स्थित एक मानवाधिकार संगठन ने दावा किया है कि ईरान में 585 लोगों की मौत हो चुकी है और 1,326 लोग घायल हुए हैं।
ईरान सरकार ने आधिकारिक तौर पर मौतों का नया आंकड़ा जारी नहीं किया है। पिछली बार 16 जून को सरकार ने बताया था कि अब तक 224 ईरानी मारे गए हैं और 1,277 घायल हुए हैं।