भारतीय नौसेना ने 'शक्ति त्रिशूल' का प्रदर्शन किया
प्रकाशित तिथि: 5 मई 2025
नौसैनिक शक्ति का प्रदर्शन
3 मई 2025 को भारतीय नौसेना ने 'शक्ति त्रिशूल' का प्रदर्शन किया, जिसमें आईएनएस कोलकाता, ध्रुव एएलएच और एक स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी शामिल हैं। यह प्रदर्शन पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच भारतीय नौसेना की सैन्य तत्परता को प्रदर्शित करता है।
रणनीतिक महत्व
'शक्ति त्रिशूल' नौसैनिक शक्ति के त्रैतीयक रूप का प्रतीक है:
- आईएनएस कोलकाता: एक शक्तिशाली सतह युद्धपोत जो बहु-आयामी युद्ध संचालन में सक्षम है।
- ध्रुव एएलएच: एक उन्नत हल्का हेलीकॉप्टर जो बहुउद्देश्यीय संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी: एक स्टेल्थ पनडुब्बी जो पानी के नीचे की श्रेष्ठता सुनिश्चित करती है।
नौसेना के मीडिया विंग ने इस प्रदर्शन को 'द ट्राइडेंट ऑफ नेवल पावर—अबव, बिलो एंड एक्रॉस द वेव्स' के रूप में चित्रित किया, जो इसके व्यापक रक्षा दृष्टिकोण को दर्शाता है।
संचालन संदर्भ
पहलवाम आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। भारतीय आरोप है कि पाकिस्तान ने हमलावरों को समर्थन दिया, जबकि पाकिस्तान ने इन आरोपों को नकारा है। दोनों देशों ने एक-दूसरे के राजनयिकों को निष्कासित किया है और अपनी सीमाओं और हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है। इसके जवाब में, पाकिस्तान ने 3 मई 2025 को 'अबदाली' नामक सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया, जो सैन्य तत्परता को दर्शाता है।
नौसेना आधुनिकीकरण प्रयास
भारत की नौसेना आधुनिकीकरण की दिशा में 62 युद्धपोतों और एक पनडुब्बी का निर्माण कर रही है। इसके अतिरिक्त, भारतीय नौसेना 26 राफेल लड़ाकू विमानों और तीन स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बियों को शामिल करने की योजना बना रही है, जो भारतीय महासागर क्षेत्र में अपनी रणनीतिक क्षमताओं को बढ़ाएगी। ये प्रयास क्षेत्रीय चुनौतियों का सामना करने के लिए भारत की रक्षा अवसंरचना को मजबूत करने के तहत हैं।