भारत ने स्वदेशी ड्रोन से दागी गाइडेड मिसाइल
भारत ने आंध्र प्रदेश के कुरनूल स्थित नेशनल ओपन एरिया रेंज (NOAR) में यूएवी लॉन्च्ड प्रिसिजन गाइडेड मिसाइल (ULPGM)-V3 का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। यह मिसाइल प्रणाली रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित की गई है।
इस महत्वपूर्ण उपलब्धि की जानकारी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 25 जुलाई को एक्स (पूर्व में ट्विटर) के माध्यम से साझा की। उन्होंने लिखा कि यह परीक्षण भारत की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने की दिशा में एक अहम कदम है।
रक्षा मंत्री ने DRDO, इंडस्ट्री पार्टनर्स, MSME और स्टार्टअप्स को इस प्रणाली के विकास और परीक्षण में सफलता के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह सफलता दर्शाती है कि भारत का उद्योग अब महत्वपूर्ण रक्षा तकनीकों को आत्मसात कर उत्पादन करने के लिए तैयार है।
पृष्ठभूमि और पूर्व परीक्षण
इससे पहले मई 2024 में भारतीय सेना ने पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज, बबीना और जोशीमठ जैसे क्षेत्रों में युद्ध जैसी स्थितियों में बड़े पैमाने पर क्षमता का प्रदर्शन किया था। 31 मईइलेक्ट्रॉनिक युद्ध सिमुलेशन को भी शामिल किया गया था।
27 मईथल सेनाध्यक्ष जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने बबीना रेंज का दौरा किया और प्रदर्शन की समीक्षा की।
यूएलपीजीएम-वी3 के बारे में
ULPGM-V3 एक अत्याधुनिक गाइडेड मिसाइल प्रणाली है जिसे ड्रोन से लॉन्च किया जाता है। इसे आधुनिक युद्ध की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया गया है। यह प्रणाली स्वदेशी रक्षा क्षमताओं को मजबूती देने में भारत के आत्मनिर्भरता मिशन का समर्थन करती है।