देश की पहली खुद गलने वाली पानी की बोतलें
केरल सिंचाई अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (केआईआईडीसी) के तहत एक केरल का स्टार्टअप जल्द ही पर्यावरण के लिए सुरक्षित जैविक पानी की बोतलें लॉन्च करने वाला है। इसे 'कम्पोस्टेबल बोतलें' भी कहा जा रहा है और यह देशभर में पर्यावरण की सुरक्षा के लिए अपनी तरह की पहली पहल मानी जा रही है। पर्यावरण के लिए उठाए इस सुरक्षित कदम को लेकर मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने 8 जनवरी को एक बयान में कहा कि ये बोतलें जनवरी के मध्य में लॉन्च की जाएंगी। बयान में कहा गया कि केरल का यह स्टार्टअप, ग्रीन बायो प्रोडक्ट्स, कच्चे माल की आपूर्ति करेगा, जबकि केआईआईडीसी (केरल सिंचाई अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड) उत्पादन का काम संभालेगा।
जानकारी के अनुसार यह नई बोतलें 'हिली एक्वा' ब्रांड के तहत बेची जाएंगी और इनका उद्देश्य प्लास्टिक की बोतलें बदलना है। बात अगर इस परियोजना की सफलता की करें तो यह तब सफल हुई जब केरल के जल संसाधन मंत्री रोशी ऑगस्टीन ने ग्रीन बायो प्रोडक्ट्स द्वारा तैयार किए गए एक प्रोटोटाइप में गहरी रुचि दिखाई, जिसे 2019 में मुंबई में एक प्रदर्शनी में दिखाया गया था।
अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से मिल चुका है ग्रीन सिग्नल
बोतल बनाने के लिए उपयोग किए गए सभी कच्चे माल बायोडिग्रेडेबल हैं और इन पर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से प्रमाणपत्र मिल चुका है। बयान में यह भी कहा गया कि शुरुआती चरण में, इन बोतलों को राज्य और देश के अन्य हिस्सों में भेजे जाने से पहले उच्च-यात्रा वाले पर्यटन स्थल और त्यौहार स्थलों पर वितरित किया जाएगा।