देश में 73 यूनिकॉर्न, रियल मनी गेमिंग पर बैन से कई स्टार्टअप्स सूची से बाहर
संसद द्वारा पारित नए कानून ने रियल मनी गेमिंग (RMG) सेक्टर में बड़ा बदलाव कर दिया है। अब सभी प्रकार के ऑनलाइन मनी गेम्स पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है, जबकि ई-स्पोर्ट्स और सोशल गेमिंग को प्रोत्साहन दिया जा रहा है।
कानून का असर: यूनिकॉर्न स्टेटस से बाहर
ASK प्राइवेट वेल्थ हुरुन इंडिया यूनिकॉर्न एंड फ्यूचर यूनिकॉर्न रिपोर्ट 2025 के अनुसार, Dream11 जैसी कई रियल मनी गेमिंग कंपनियां अब यूनिकॉर्न सूची से बाहर हो गई हैं। नए कानून ने इन कंपनियों की वैल्यूएशन को बुरी तरह प्रभावित किया है।
नए कानून के तहत:
- सभी प्रकार के ऑनलाइन रियल मनी गेम्स पर प्रतिबंध
- मनी गेम्स के विज्ञापनों पर रोक
- बैंकों और वित्तीय संस्थानों को RMG कंपनियों से लेन-देन करने की अनुमति नहीं
इस सख्ती के कारण कई कंपनियों ने क्रिकेट टीम स्पॉन्सरशिप से पीछे हटने के साथ-साथ कर्मचारियों की छंटनी भी की है।
लंबी अवधि में संभावित लाभ
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह कड़ा कानून भले ही फिलहाल RMG स्टार्टअप्स की वृद्धि को धीमा कर रहा हो, लेकिन भविष्य में इससे पारदर्शिता और स्थिरता मिलेगी।
भारत का यूनिकॉर्न परिदृश्य (2025)
- कुल यूनिकॉर्न की संख्या: 73 (पिछले साल से वृद्धि)
- 2025 में नए यूनिकॉर्न: 6
- मुख्य यूनिकॉर्न हब:
- बेंगलुरु – 26 यूनिकॉर्न
- दिल्ली-एनसीआर – 12 यूनिकॉर्न
- मुंबई – 11 यूनिकॉर्न
- सबसे युवा फाउंडर्स: Zepto के कैवल्य वोहरा और आदित पालिचा (22 वर्ष)
भारतीय स्टार्टअप्स का फोकस बदला
रिपोर्ट बताती है कि अब भारतीय स्टार्टअप्स मुनाफे, पूंजी दक्षता और टिकाऊ बिज़नेस मॉडल पर ज़्यादा ध्यान दे रहे हैं, बजाय केवल राजस्व और छूट पर केंद्रित होने के।
स्रोत: ASK प्राइवेट वेल्थ हुरुन इंडिया यूनिकॉर्न एंड फ्यूचर यूनिकॉर्न रिपोर्ट 2025