जीएसटी 2.0: सस्ती होंगी छोटी कारें, लग्जरी आइटम महंगे
देश में जीएसटी 2.0 यानी नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। केंद्र सरकार ने जीएसटी सुधारों का मसौदा राज्यों को भेज दिया है। उम्मीद है कि सभी राज्य इसमें सहयोग करेंगे ताकि इसे दिवाली से पहले लागू किया जा सके।
केंद्र का दावा है कि जीएसटी सुधारों से गरीब, मध्यमवर्गीय लोगों के साथ छोटे-बड़े कारोबारियों को भी राहत मिलेगी। सरकार का मानना है कि छोटी कारें और एंट्री-लेवल बाइक लग्जरी आइटम नहीं हैं, इसलिए इन पर कम टैक्स लगना चाहिए।
टैक्स घटने से छोटी कारों और सस्ती बाइकों की बिक्री में तेजी आ सकती है, जो फिलहाल प्रीमियम मॉडल्स की बढ़ती मांग के कारण दबाव में हैं। लग्जरी कारों और बाइकों को 40% के विशेष टैक्स स्लैब में रखा जा सकता है।
इसी तरह, सोना और चांदी पर पहले की तरह 3% और हीरे पर 0.25% जीएसटी लागू रहेगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और उनकी टीम पिछले ढाई साल से जीएसटी 2.0 के प्रस्तावित बदलावों पर काम कर रही हैं। इसका उद्देश्य एक ऐसी व्यवस्था बनाना है जो न केवल सरल हो बल्कि टैक्स चोरी और फर्जीवाड़े पर भी रोक लगा सके।
केंद्र सरकार यह प्रस्ताव पहले ही मंत्री समूह को भेज चुकी है। यह समूह अपनी सिफारिशें जीएसटी काउंसिल को सौंपेगा। काउंसिल की अगली बैठक में इन पर चर्चा होगी और वही अंतिम निर्णय लेगी।
सरकार को भरोसा है कि इस बार गैर-भाजपा शासित राज्यों से भी विरोध नहीं होगा, क्योंकि इस प्रस्ताव में गरीब, किसान और मध्यम वर्ग को सीधी राहत दी गई है।