सरकार ने स्वर्ण मौद्रीकरण योजना बंद करने का फैसला लिया
सरकार ने बेहतर होती बाजार स्थितियों को ध्यान में रखते हुए 26 मार्च से स्वर्ण मौद्रीकरण योजना (जीएमएस) को बंद करने का फैसला किया है। स्वर्ण मौद्रीकरण योजना (जीएमएस) व्यक्तियों या संस्थाओं को उनके घर में पड़े सोने से पैसे कमाने का अवसर प्रदान करती है। इस योजना में जमा किए गए सोने के लिए मूलधन और ब्याज राशि प्रदान की जाती है और जमाकर्ताओं को सोने की कीमतों में वृद्धि से लाभ मिलता है। वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
हालांकि, मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि बैंक अपनी अल्पकालिक स्वर्ण जमा योजनाओं को जारी रख सकते हैं, जिनकी अवधि एक से तीन साल के बीच होगी। सरकार स्वर्ण मौद्रीकरण योजना के तहत नवंबर 2024 तक लगभग 31,164 किलोग्राम सोना जुटा चुकी थी।