गीता गोपीनाथ IMF छोड़कर फिर बनेंगी हार्वर्ड प्रोफेसर
भारतीय-अमेरिकी अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से इस्तीफा देकर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में एक बार फिर प्रोफेसर के रूप में शामिल होने का निर्णय लिया है। वे 1 सितंबर से ग्रेगरी एंड अनिया कॉफी प्रोफेसर ऑफ इकोनॉमिक्स की भूमिका निभाएंगी।
आईएमएफ में 7 साल की सेवा
गीता गोपीनाथ ने IMF में पहले मुख्य अर्थशास्त्री और फिर पहली डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में सेवा दी। उन्होंने कोविड-19 महामारी और वैश्विक आर्थिक संकटों के दौरान नीति निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पुनः अकादमिक क्षेत्र में वापसी
अपनी घोषणा में गीता गोपीनाथ ने कहा कि वे फिर से शिक्षण और शोध के क्षेत्र में लौटकर प्रसन्न हैं। उन्होंने कहा, “मैं हार्वर्ड फैकल्टी में वापसी को लेकर सम्मानित महसूस कर रही हूं और वैश्विक आर्थिक अनुसंधान को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हूं।”
गोपीनाथ 2018 में IMF से जुड़ने के बाद से हार्वर्ड से अवकाश पर थीं।