साहस का सम्मान: छह जांबाजों को कीर्ति, 33 को मिला शौर्य चक्र, इनमें 11 वीर शहीद
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 22 मई को राष्ट्रपति भवन में आयोजित रक्षा अलंकरण समारोह में 6 कीर्ति चक्र और 33 शौर्य चक्र वीरता पुरस्कार प्रदान किए। मरणोपरांत कीर्ति चक्र पाने वालों में कर्नल मनप्रीत सिंह भी शामिल थे। उनकी पत्नी ने यह सम्मान ग्रहण किया और उनके बेटे कबीर ने भावुक होकर पिता को धन्यवाद कहा।
कीर्ति चक्र, जो भारत का दूसरा सबसे बड़ा वीरता सम्मान है, चार मरणोपरांत सहित छह जांबाजों को दिया गया। इनमें सिख लाइट इन्फैंट्री के कर्नल मनप्रीत सिंह, जम्मू और कश्मीर लाइट इन्फैंट्री के राइफलमैन रवि कुमार, आर्टिलरी रेजिमेंट के नायक दिलवर खान, और जम्मू-कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक हिमायूं मुजम्मिल भट शामिल हैं।
मराठा लाइट इन्फैंट्री के मेजर मल्ला राम गोपाल नायडू और पंजाब रेजिमेंट के मेजर मंजीत को भी कीर्ति चक्र मिला। समारोह में कुल 33 शौर्य चक्र प्रदान किए गए, जिनमें 7 मरणोपरांत थे। ये पुरस्कार सशस्त्र बलों, अर्धसैनिक बलों और विभिन्न राज्य पुलिस कर्मियों को दिए गए।
राष्ट्रपति भवन ने समारोह की तस्वीरें अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर साझा कीं।
कर्नल मनप्रीत सिंह के बेटे कबीर ने कहा कि उन्हें अब भी लगता है कि एक दिन उनके पापा घर लौटेंगे। "अब मिशन खत्म होगा, पापा वापस आएंगे," उन्होंने कहा। यह पुरस्कार उनके दिल में यह विश्वास जगाता है कि उनके पिता आज भी उनके साथ हैं।
कर्नल मनप्रीत की पत्नी जगमीत सिंह ने बताया कि यह समय उनके परिवार और बच्चों, 10 वर्षीय कबीर और 5 वर्षीय वाणी के लिए बहुत कठिन है। बच्चों को अब भी अपने पिता की शहादत स्वीकारने में कठिनाई हो रही है।
कबीर अक्सर चोरी-छिपे अपने पिता को वॉयस मैसेज और वीडियो कॉल भेजा करते थे, ताकि वे वापस लौट आएं। परिवार वर्तमान में पंचकूला में निवास करता है। कर्नल मनप्रीत 13 सितंबर 2023 को कश्मीर के कोकरनाग में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हो गए थे।