22 जुलाई को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया. सर्वेक्षण में सरकार की उपलब्धियों के साथ भविष्य में आने वाली चुनौतियों का भी जिक्र है। संसद में पेश वित्त वर्ष 2023-2024 के आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि तमाम भू-राजनीतिक चुनौतियों के बावजूद अर्थव्यवस्था ने 2023 में अपनी गति बनाये रखी, जिससे इसकी स्थिति अच्छी बनी हुई है। आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 में भारत की रियल जीडीपी ग्रोथ 8.2 प्रतिशत रही है, जो वित्त वर्ष 2024 की चार में से तीन तिमाहियों में आठ प्रतिशत से अधिक थी. इस वित्त वर्ष में जीडीपी ग्राथ के 6.5 से सात प्रतिशत रहने की संभावना जतायी गयी है। पिछले दशक में स्किल्ड युवाओं का प्रतिशत लगभग 34 प्रतिशत से बढ़कर 51.3 प्रतिशत हो गया है। आर्थिक सर्वे के अनुसार देश में बढ़ते मानव संसाधन को काम मुहैया कराने के लिए गैर कृषि क्षेत्र में 2030 तक सालाना 78.5 लाख रोजगार सृजन करने की जरूरत है।