नमामी गंगे की तर्ज पर हिमाचल प्रदेश, पंजाब और जम्मू कश्मीर में निर्मल नर्मदा परियोजना
इंडस बेसिन की प्रमुख नदियों की सफाई
3 मार्च को हिमाचल प्रदेश, पंजाब और जम्मू कश्मीर में बहने वाली इंडस बेसिन की पांच प्रमुख नदियों—ब्यास, चिनाब, रावी, सतलुज और झेलम की सफाई के लिए एक बड़ा कदम उठाया गया। यह सफाई परियोजना नमामी गंगे योजना की तर्ज पर होगी। इन नदियों की 84 सहायक नदियों को भी पुनर्जीवित किया जाएगा।
विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) की मंजूरी
हिमालयन वन अनुसंधान संस्थान (एचएफआरआइ) द्वारा तैयार की गई विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है। जल्द ही नदियों की सफाई के लिए अभियान शुरू होगा। इस प्रोजेक्ट का क्रियान्वयन वन विभाग के माध्यम से किया जाएगा, जबकि एचएफआरआइ इसकी निगरानी करेगा।
फंडिंग और परियोजना कार्यान्वयन
चार नदियों की सफाई के लिए 950 करोड़ रुपये और झेलम नदी की सफाई के लिए 400 करोड़ रुपये अलग से खर्च किए जाने का प्रस्ताव है। यह राशि उन राज्यों में खर्च की जाएगी जहां ये नदियां बहती हैं, अर्थात हिमाचल प्रदेश, पंजाब और जम्मू कश्मीर में। प्रत्येक राज्य अपने स्तर पर परियोजना का संचालन करेगा।