अब चीन ने कहा: भारतीय उत्पादों के लिए हमारे दरवाजे खुले
रूस से तेल खरीद को लेकर अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ के बीच अब चीन ने भारत का समर्थन किया है। चीनी राजदूत ने भारत पर 50% टैरिफ लगाने की अमेरिकी कार्रवाई का कड़ा विरोध किया और कहा कि चीन भारतीय उत्पादों का स्वागत करता है।
चीनी बाजार में भारतीय उत्पादों का स्वागत
राजदूत ने कहा कि चीन भारतीय उत्पादों के लिए अपने दरवाजे पूरी तरह खोल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत और चीन एशिया के विकास के दो इंजन हैं, और उनके सहयोग से पूरी दुनिया को लाभ होगा।
भारत पर अमेरिकी टैरिफ का चीन ने किया विरोध
दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान चीन के राजदूत शू फेइहोंग ने कहा, "अमेरिका ने भारत पर 50 प्रतिशत का शुल्क लगाया है और इसे और बढ़ाने की धमकी दी है। चीन इसका पूरी तरह से विरोध करता है। चुप रहने से धमकी देने वालों की दबंगई बढ़ती है। चीन पूरी तरह भारत के साथ है।"
भारत-चीन द्विपक्षीय व्यापार: प्रमुख वस्तुएं (वित्त वर्ष 2024-25)
- भारत से चीन को निर्यात: लौह अयस्क, लाइट नेफ्था, कैस्टर ऑयल, पी-जाइलीन
- चीन से भारत को आयात: मशीनरी, इलेक्ट्रॉनिक्स, पर्सनल कंप्यूटर, टेलिफोनिक उपकरण, लिथियम आयन बैटरियां, उर्वरक
भारत और चीन: एशिया के दो इंजन
राजदूत ने कहा, "हम दोनों न सिर्फ अहम पड़ोसी हैं, बल्कि दो बड़े विकासशील देश भी हैं। इतने बड़े देशों के बीच सहयोग और एकता से ही साझा विकास संभव है। हमें एक बहुध्रुवीय और संतुलित वैश्विक व्यवस्था के निर्माण में नेतृत्व करना चाहिए।"
भारत-चीन विदेश मंत्रियों की मुलाकात
दो दिन पहले नई दिल्ली में भारत और चीन के विदेश मंत्रियों के बीच सीमा विवाद को लेकर सकारात्मक वार्ता हुई। राजदूत ने उम्मीद जताई कि जल्द ही सीमा विवाद का समाधान होगा और सीमाओं का बेहतर प्रबंधन संभव होगा।
आर्थिक सहयोग को बढ़ावा
राजदूत ने कहा, "हम भारत के साथ रणनीतिक साझेदारी और सहयोग का दायरा बढ़ाने के लिए तैयार हैं। हम सभी भारतीय वस्तुओं का चीनी बाजार में स्वागत करते हैं। सीधी उड़ानों को लेकर भी बातचीत चल रही है। दोनों देशों के लोगों को रिश्तेदारों की तरह मिलना चाहिए।"
प्रधानमंत्री मोदी की आगामी चीन यात्रा
राजदूत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी चीन यात्रा बहुत सफल होगी। यह सिर्फ शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के लिए नहीं, बल्कि द्विपक्षीय संबंधों के लिए भी महत्वपूर्ण होगी। दोनों देशों ने एक संयुक्त कार्यदल का गठन किया है जो इस यात्रा को सफल बनाने के लिए कार्य कर रहा है।