भारत टैक्सी: भारत की पहली सहकारी कैब सेवा दिसंबर से शुरू
23 अक्टूबर 2025 को केंद्र सरकार ने घोषणा की कि देश की पहली सहकारी टैक्सी सेवा दिसंबर से शुरू होने जा रही है। इसे ‘भारत टैक्सी’ नाम दिया गया है। इसका उद्देश्य सुरक्षित, पारदर्शी और ड्राइवर-स्वामित्व आधारित सेवा प्रदान करना है।
इसका पायलट प्रोजेक्ट नवंबर में दिल्ली से 650 ड्राइवरों के साथ शुरू होगा। इसके बाद दिसंबर से देश के अन्य राज्यों में इसका विस्तार होगा और तब तक 5 हजार ड्राइवर एवं महिला ‘सारथी’ इससे जुड़ जाएंगी।
वर्तमान में ओला-उबर जैसी निजी कंपनियां टैक्सी सेवा देती हैं, जिन पर कई बार सुरक्षा को लेकर सवाल उठे हैं। इसीलिए केंद्र सरकार ने अपनी निगरानी में भारत टैक्सी नामक सहकारी टैक्सी सेवा शुरू करने का निर्णय लिया है। यह सेवा सहकारिता मंत्रालय और राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिवीजन (NeGD) द्वारा विकसित की गई है। इसमें ड्राइवर भी सह-मालिक होंगे। इसके लिए सहकार टैक्सी कोऑपरेटिव लिमिटेड के साथ एमओयू साइन किया जा चुका है।
भारत टैक्सी को कौन चलाएगा?
यह सदस्यता आधारित मॉडल है जिसे सहकार टैक्सी कोऑपरेटिव लिमिटेड संचालित करेगा। इसकी स्थापना जून में ₹300 करोड़ की पूंजी से की गई थी। यह एप आधारित सेवा डिजिटल इंडिया पहल का हिस्सा है।
इसकी संचालन परिषद में अमूल के एमडी जयेन मेहता चेयरमैन और एनसीडीसी के उप प्रबंध निदेशक रोहित गुप्ता वाइस चेयरमैन हैं। इसके अलावा देश की विभिन्न सहकारी समितियों से जुड़े 8 अन्य सदस्य भी हैं। इस बोर्ड की पहली बैठक 16 अक्टूबर 2025 को हुई थी।
ओला-उबर से भारत टैक्सी कितनी अलग और फायदेमंद?
| पहलू | ओला / उबर | भारत टैक्सी |
|---|---|---|
| मालिकाना हक | निजी कॉर्पोरेट | सहकारी समिति, ड्राइवर सह-मालिक |
| कमीशन | 20–25% प्रति राइड | 0% कमीशन, केवल सदस्यता शुल्क |
| प्राइसिंग | डायनामिक, पीक समय में महंगा | स्थिर, पारदर्शी दरें |
| इंसेंटिव | कंपनी आधारित लक्ष्य | सहकारी बोनस, लाभांश |
| सुरक्षा | केवल एप फीचर आधारित | पुलिस थानों से इंटीग्रेशन, डिस्ट्रेस बटन |
| विस्तार | बाजार आधारित | ग्रामीण और सेमी-अर्बन क्षेत्रों पर फोकस |
नोट: प्रति किलोमीटर किराया फिलहाल तय किया जा रहा है।
4 सवाल-जवाब में भारत टैक्सी के फायदे
1. इसकी सेवा कैसे ली जा सकेगी?
भारत टैक्सी एप ओला-उबर की तरह ही होगा, जिसे नवंबर से एप स्टोर्स से डाउनलोड किया जा सकेगा। यह एप हिंदी, गुजराती, मराठी और अंग्रेजी भाषाओं में उपलब्ध रहेगा।
2. ड्राइवरों को क्या लाभ होगा?
हर राइड की 100% कमाई ड्राइवर को मिलेगी। उसे केवल दैनिक, साप्ताहिक या मासिक शुल्क देना होगा, जो बहुत ही सामान्य रहेगा।
3. महिला सारथी की भूमिका क्या रहेगी?
पहले चरण में 100 महिला ड्राइवर जुड़ेंगी। 2030 तक इनकी संख्या 15 हजार होगी। 15 नवंबर से उन्हें मुफ्त प्रशिक्षण और विशेष बीमा दिया जाएगा।
4. 2030 तक भारत टैक्सी का विस्तार कैसे होगा?
- दिसंबर 2025 – मार्च 2026: राजकोट, मुंबई, पुणे में शुरुआत, 5 हजार ड्राइवरों के साथ मल्टी-स्टेट ऑपरेशन।
- अप्रैल – दिसंबर 2026: लखनऊ, भोपाल, जयपुर में सेवा विस्तार; 15 हजार ड्राइवर और 10 हजार गाड़ियां।
- 2027–2028: 20 शहरों में 50 हजार ड्राइवरों के साथ पैन इंडिया सेवा; FASTag से इंटीग्रेशन।
- 2028–2030: जिला मुख्यालयों और गांवों में 1 लाख ड्राइवरों के साथ सेवा उपलब्ध।