केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए महंगाई भत्ते (DA) और महंगाई राहत (DR) में 3% की बढ़ोतरी को मंजूरी दी है। इसके साथ ही डीए अब 55% से बढ़कर 58% हो गया है। यह वृद्धि 1 जुलाई 2025 से प्रभावी होगी। जुलाई, अगस्त और सितंबर का एरियर कर्मचारियों को अक्टूबर की सैलरी के साथ मिलेगा।
यह फैसला त्योहारी सीजन से पहले लिया गया है, जिससे लाखों कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को राहत मिलेगी। 29 अक्टूबर 2025 को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
किसे मिलेगा फायदा और कब से लागू होगा?
सरकार ने स्पष्ट किया है कि बढ़ा हुआ डीए 1 जुलाई 2025 से लागू होगा। इसका मतलब है कि कर्मचारियों को जुलाई, अगस्त और सितंबर के महीनों का एरियर भी मिलेगा, जो अक्टूबर की सैलरी के साथ दिया जाएगा। यह निर्णय दशहरा और दिवाली से पहले करोड़ों लोगों के लिए बोनस जैसा साबित होगा।
इस बढ़ोतरी का सीधा फायदा 48 लाख केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों और 68 लाख पेंशनभोगियों को मिलेगा। यानी कुल मिलाकर लगभग 1.16 करोड़ लोग इससे लाभान्वित होंगे। यह अतिरिक्त राशि न केवल आर्थिक सहायता देगी बल्कि त्योहारी खर्च की क्षमता भी बढ़ाएगी।
वेतन में कितना बढ़ेगा डीए?
बढ़ा हुआ डीए कर्मचारियों की जेब में सीधा फायदा पहुंचाएगा। उदाहरण के तौर पर जिनका मूल वेतन ₹30,000 रुपये है, उन्हें हर महीने ₹900 रुपये अतिरिक्त मिलेंगे। वहीं जिनका बेसिक पे ₹40,000 रुपये है, उनके वेतन में ₹1,200 रुपये की बढ़ोतरी होगी।
तीन महीनों के एरियर को जोड़कर कर्मचारियों को लगभग ₹2,700 से ₹3,600 रुपये तक अतिरिक्त राशि मिलेगी। यह त्योहारों के समय परिवारों के लिए बड़ा सहारा होगा।
महंगाई भत्ता (DA) क्या होता है?
महंगाई भत्ता कर्मचारियों के मूल वेतन का एक प्रतिशत होता है जो बढ़ती मुद्रास्फीति के प्रभाव को कम करने के लिए दिया जाता है। पेंशनभोगियों को इसे महंगाई राहत (DR) के रूप में दिया जाता है। डीए और डीआर की दरें साल में दो बार — जनवरी और जुलाई में संशोधित की जाती हैं।
इसकी गणना औद्योगिक श्रमिकों के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI-IW) के आधार पर की जाती है, जो जीवन-यापन की लागत को दर्शाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह 7वें वेतन आयोग के तहत आखिरी संशोधन हो सकता है क्योंकि 8वां वेतन आयोग जनवरी 2026 से लागू हो सकता है।
वेतन संरचना में डीए का महत्व
एक सरकारी कर्मचारी के वेतन में मूल वेतन के साथ-साथ महंगाई भत्ता (DA), मकान किराया भत्ता (HRA) और परिवहन भत्ता (TA) शामिल होते हैं। आम तौर पर:
- मूल वेतन (Basic Pay): 51.5%
- महंगाई भत्ता (DA): 30.9%
- मकान किराया भत्ता (HRA): 15.4%
- परिवहन भत्ता (TA): 2.2%
इससे स्पष्ट है कि डीए वेतन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हर बार जब डीए में बढ़ोतरी होती है, तो इसका सीधा असर कर्मचारियों की कुल आय और वित्तीय स्थिरता पर पड़ता है।
निष्कर्ष: केंद्र सरकार का यह फैसला कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए एक बड़ी राहत है। यह न केवल त्योहारी सीजन में अतिरिक्त आय देगा बल्कि बढ़ती महंगाई के बीच आर्थिक स्थिरता भी सुनिश्चित करेगा।