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इन नई फसल किस्मों के महत्व पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कृषि में मूल्य संवर्धन के महत्व पर बल दिया। किसानों ने कहा कि ये नई किस्में अत्यधिक लाभकारी होंगी क्योंकि इनसे उनका व्यनय कम होगा और पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। प्रधानमंत्री ने मोटे अनाजों के महत्व पर चर्चा की और इस बात को रेखांकित किया कि कैसे लोग पौष्टिक भोजन की ओर बढ़ रहे हैं। किसानों ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की।
प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि केवीके को प्रत्येनक महीने विकसित की जाने वाली नई किस्मोंध के लाभों के बारे में किसानों को सक्रिय रूप से जानकारी देनी चाहिए जिससे कि उनके लाभों के बारे में जागरूकता में वृद्धि हो सके।
प्रधानमंत्री द्वारा जारी की गई 61 फसलों की 109 किस्मों में 34 प्रक्षेत्र फसलें और 27 बागवानी फसलें शामिल हैं। प्रक्षेत्र फसलों में मोटे अनाज, चारा फसलें, तिलहन, दलहन, गन्ना, कपास, रेशा और अन्य संभावित फसलों सहित विभिन्न अनाजों के बीज जारी किए गए। बागवानी फसलों में फलों, सब्जियों, रोपण फसलों, कंद फसलों, मसालों, फूलों और औषधीय फसलों की विभिन्न किस्में जारी की गईं।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज का दिन किसानों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि 61 फसलों की 109 किस्में जारी की गई हैं, जिससे उन्हें अधिक उत्पादन, अधिक आय और खर्च कम करने में मदद मिलेगी। श्री चौहान ने कहा कि इन फसलों के बीज जलवायु के अनुकूल हैं और प्रतिकूल मौसम में भी अच्छी फसल दे सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि ये किस्में पोषण से भरपूर हैं। आज का कार्यक्रम प्रयोगशाला से भूमि कार्यक्रम का सबसे अच्छा उदाहरण है।
श्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की कि तीन वर्षों के भीतर किसानों को सभी 109 किस्मों के बीज प्राप्ता हो जाएंगे। इसके अतिरिक्तो, उन्होंने कहा कि विदेशी आम की किस्मों का आयात वर्तमान में आवश्यक नहीं है, क्योंकि हमारी अपनी किस्म अधिक उत्पादक, दिखने में अधिक मनोहर और बेहतर तरीके से रखे जाने के योग्यक है, जिससे किसानों की आय बढ़ सकती है। ये सभी किस्में प्राकृतिक खेती के लिए उपयुक्त हैं और इस विषय पर शोध जारी है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्रह मोदी ने हर महीने एक दिन केवीके, आईसीएआर और राज्य कृषि विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञों को किसानों से जुड़ने का प्रस्ताव दिया। इस आदान-प्रदान का उद्देश्य कृषि से संबंधित मौजूदा मुद्दों से निपटना और आपसी सीख के माध्यम से निदान ढूंढ़ने का प्रयास करना होना चाहिए।
Prime Minister released 109 high yielding varieties.
Discussing the importance of these new crop varieties, Prime Minister emphasized the importance of value addition in agriculture. Farmers said that these new varieties will be highly profitable as they will reduce their expenditure and will also have a positive impact on the environment. Prime Minister discussed the importance of coarse cereals and highlighted how people are moving towards nutritious food. Farmers appreciated the efforts made by the Government to promote natural farming.