एमपीटीईटी परीक्षा हिन्दी साहित्य – 20-2-2025
मौत तो सूरमाओं की दुल्हन है, जिसे गले लगाने के लिए वे बेताब रहते हैं। यह उक्ति किस नाटक से ली गई है?
- अ) शेरशाह
- ब) रीढ़ की हड्डी
- स) कोणार्क
- द) समुद्रगुप्त
उत्तर: अ) शेरशाह
‘पुरस्कार’ कहानी की नायिका है-
- अ) श्यामली
- ब) मालविका
- स) मधूलिका
- द) सुहासिनी
उत्तर: स) मधूलिका
‘आंचलिक कथाकार’ किन्हें कहा गया है?
- अ) प्रेमचन्द को
- ब) जगदीशचन्द्र माथुर को
- स) यशपाल को
- द) फणीश्वरनाथ रेणु को
उत्तर: द) फणीश्वरनाथ रेणु को
निम्नलिखित में से कौन भक्तिकाल के कवि नहीं हैं?
- अ) सूरदास
- ब) तुलसीदास
- स) नन्ददास
- द) बिहारीलाल
उत्तर: द) बिहारीलाल
‘गंगा-स्तुति’ किसकी रचना है?
- अ) विद्यापति की
- ब) भारतेन्दु की
- स) जायसी की
- द) रसखान की
उत्तर: अ) विद्यापति की
संचारी भावों की संख्या कितनी मानी गई है?
उत्तर: द) 33
रीति सम्प्रदाय के प्रवर्तक आचार्य हैं-
- अ) भरतमुनि
- ब) कुन्तक
- स) वामन
- द) क्षेमेन्द्र
उत्तर: स) वामन
ज्यौं-ज्यौं पटु झटकति, हठति, हँसति नचावति नैन। त्यौं-त्यौं निपट उदारहुँ, फगुवा देत वनै न।।
- अ) वाचिक अनुभाव
- ब) कायिक अनुभाव
- स) मानसिक अनुभाव
- द) सात्विक अनुभाव
उत्तर: ब) कायिक अनुभाव
‘प्रभुजी तुम चन्दन हम पानी जाकी अंग अंग बास समानी।’ पंक्तियाँ किस संत कवि की हैं?
- अ) कबीरदास
- ब) दादूदयाल
- स) धर्मदास
- द) रैदास
उत्तर: द) रैदास
‘कृष्णगीतावली’ ग्रन्थ के रचनाकार हैं-
- अ) सूरदास
- ब) तुलसीदास
- स) नन्ददास
- द) मीरा
उत्तर: ब) तुलसीदास