12 अक्टूबर को सांख्यिकी मंत्रालय के द्वारा जारी आँकड़ों के भारत की खुदरा मुद्रास्फीति सितंबर में घटकर 5% हो गई, जो आरबीआई के सहनशीलता के दायरे में आ गई है। सितंबर की यह गिरावट लगातार तीसरे महीने में दर्ज की गई है।
रिटेल महंगाई दर में बड़ी गिरावट से आम जनता को बड़ी राहत मिली है। सितंबर महंगाई के आंकड़े आरबीआई के टॉलरेंस बैंड के दायरे में रहे हैं। खुदरा महंगाई दर जो अगस्त में 6.83 फीसदी थी वह ताजा सितंबर के आंकड़ों के अनुसार घटकर 5.02 फीसदी रह गई है। फूड, सब्जियों की महंगाई दर में भी गिरावट दर्ज की गई है। इकोनॉमिस्ट के सर्वे में भी रिटेल महंगाई दर में गिरावट का अनुमान जताया गया था।
इसी तरह ग्रामीण और शहरी मुद्रास्फीति क्रमशः 5.33 प्रतिशत और 4.65 प्रतिशत रही है. सब्जियों की महंगाई दर अगस्त के 26.14 फीसदी से घटकर सितंबर में 3.39 फीसदी रह गई. सितंबर महीने में अनाज की महंगाई दर 10.95 फीसदी रही. सितंबर में फ्यूल और बिजली सेगमेंट में 0.11 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।