पर्यावरण विज्ञान में करियर और ग्रीन जॉब्स
यदि आप पर्यावरण विज्ञान में करियर बनाना चाहते हैं, तो आपको ग्रीन जॉब्स के बढ़ते हुए अवसरों के बारे में जानकारी होना आवश्यक है। ये जॉब्स नवीकरणीय ऊर्जा, स्थिरता इन्फ्रास्ट्रक्चर और प्राकृतिक आधारित रोजगार पर केंद्रित हैं। संरक्षण, क्लीन एनर्जी, और वेस्ट मैनेजमेंट सेक्टर में निवेश बढ़ाया जा रहा है।
कोर्स और आवश्यक योग्यता
ग्रीन जॉब प्रोफाइल के अनुसार अलग-अलग शैक्षणिक योग्यता और कौशल की आवश्यकता होती है। 12वीं के बाद छात्र निम्नलिखित कोर्स कर सकते हैं:
- पर्यावरण विज्ञान में ग्रेजुएशन
- पर्यावरण विज्ञान में पोस्ट-ग्रेजुएशन
- पर्यावरण इंजीनियरिंग में B.Tech / M.Tech
- दिल्ली स्थित सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (CSE) और IGNOU में पर्यावरण विज्ञान में सर्टिफिकेट कोर्स
ग्रीन सेक्टर में नौकरी के पद
इस क्षेत्र में पेशेवर निम्नलिखित पदों पर कार्य कर सकते हैं:
- एयर क्वालिटी एनालिस्ट
- पर्यावरण प्रभाव विशेषज्ञ
- सस्टेनेबिलिटी मैनेजर
- सेफ्टी स्पेशलिस्ट
- डिज़ाइन इंजीनियर
- सोलर पैनल इंस्टालर
- इलेक्ट्रिकल व्हीकल (EV) इंजीनियर
- पर्यावरण वैज्ञानिक
- रिसाइक्लिंग प्लांट टेक्नीशियन
- एनर्जी ऑडिटर
प्रमुख संस्थान
- जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU), दिल्ली
- टेरी स्कूल ऑफ़ एडवांस स्टडीज, नई दिल्ली
- सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट, नई दिल्ली
सरकारी पहलें जो ग्रीन जॉब्स को बढ़ावा दे रही हैं
भारत सरकार ने निम्नलिखित पहलों के माध्यम से ग्रीन जॉब्स के लिए अनुकूल वातावरण बनाया है:
- नेशनल सोलर मिशन
- एनर्जी कंज़र्वेशन बिल्डिंग कोड
- नेशनल ग्रीन हाइड्रोजन मिशन
- स्वच्छ भारत मिशन