भगवान श्रीराम की दुनिया की सबसे ऊँची कांस्य प्रतिमा का अनावरण आज
दक्षिण गोवा स्थित ऐतिहासिक श्री संस्थान गोकर्ण जीवत्तम मठ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 नवंबर को भगवान श्रीराम की विश्व की सबसे ऊँची प्रतिमा का अनावरण करेंगे। यह 77 फीट ऊँची कांस्य प्रतिमा प्रसिद्ध शिल्पकार राम सुतार द्वारा तैयार की गई है, जिन्होंने 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' का निर्माण भी किया था।
प्रधानमंत्री मोदी मठ परिसर में दोपहर 3:45 बजे पहुँचेंगे। उनकी लैंडिंग के लिए मठ के अंदर एक विशेष हेलिपैड बनाया गया है। मंदिर में दर्शन के बाद प्रधानमंत्री एक जनसभा को संबोधित करेंगे। पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट मंत्री दिगंबर कामत के अनुसार, यह प्रतिमा भगवान राम की दुनिया की सबसे ऊँची प्रतिमा होगी, जो मठ की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्ता को बढ़ाएगी। कांस्य निर्मित यह प्रतिमा आने वाले समय में गोवा पर्यटन के लिए भी प्रमुख आकर्षण बनेगी।
समारोह में गोवा के राज्यपाल अशोक गजपति राजू, मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाइक और राज्य मंत्रिमंडल के अन्य सदस्य शामिल होंगे। यह आयोजन मठ में अब तक का सबसे बड़ा कार्यक्रम माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी मठ के 550वें वर्ष के उत्सव 'सार्ध पंचशतामनोत्सव' के अवसर पर मठ का दौरा करेंगे। वे श्रीराम की 77 फीट ऊँची प्रतिमा का अनावरण करेंगे और मठ द्वारा विकसित 'रामायण थीम पार्क गार्डन' का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर विशेष डाक टिकट और स्मारक सिक्का भी जारी किया जाएगा और प्रधानमंत्री उपस्थित जनसमूह को संबोधित करेंगे।
यह अनावरण 27 नवंबर से 7 दिसंबर तक चल रहे उत्सव का हिस्सा है, जो मठ की 550 साल पुरानी परंपरा को समर्पित है। दक्षिण गोवा के कैनाकोना स्थित इस मठ की स्थापना लगभग 370 साल पहले हुई थी और यह आज भी एक प्रमुख आध्यात्मिक केंद्र के रूप में प्रतिष्ठित है। यह पहला गौड़ सारस्वत ब्राह्मण वैष्णव मठ है और द्वैत संप्रदाय का अनुसरण करता है, जिसकी स्थापना 13वीं शताब्दी में जगद्गुरु माधवाचार्य ने की थी। मठ का मुख्यालय कुशावती नदी के किनारे स्थित है।
आयोजकों के अनुसार, उत्सव के दौरान प्रतिदिन 7,000 से 10,000 श्रद्धालु मठ परिसर में दर्शन करने आएंगे। पूरे परिसर को इस अवसर के लिए नए रूप में सजाया-संवारा गया है।