स्टेप्स ''आदित्य'' में लगे सोलर विंड पार्टिकल एक्सपेरिमेंट (एएसपीईएक्स) पेलोड का हिस्सा है। ''आदित्य'' के क्रूज चरण और एल-1 की पास की कक्षा में पहुंचने के बाद भी स्टेप्स के सेंसर आयनों और इलेक्ट्रानों को मापते रहेंगे। पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र से आदित्य-एल-1 के निकलने के साथ क्रूज चरण शुरू होगा।
एल1 के आसपास एकत्र किए जाने वाले डाटा से सौर हवा और अंतरिक्ष के मौसम के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां मिल सकेंगी। स्टेप्स को अहमदाबाद के अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र (एसएसी) के सहयोग से भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला (पीआरएल) ने विकसित किया है। स्टेप्स में छह सेंसर हैं। प्रत्येक सेंसर अलग-अलग दिशाओं में एक एमईवी से अधिक के इलेक्ट्रानों के अलावा, 20 केईवी न्यूक्लियान से लेकर पांच एमईवी /न्यूक्लियान तक के सुपर-थर्मल और ऊर्जावान आयनों को मापता है।