17 सितंबर को विश्वकर्मा जयंती और अपने जन्मदिन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पारंपरिक कौशल से जुड़े देश के लाखों परिवारों को प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का उपहार दिया।
अब कारीगरों को मिलेगा प्रशिक्षण और रियायती दरों पर लोन। पीएम स्वनिधि सहित अन्य गरीब हितकारी योजनाओं का उल्लेख करते हुए बोले- जिसको कोई नहीं पूछता उसका सेवक बनकर गरीब का बेटा मोदी आया है।उन्होंने यह संदेश देने का प्रयास किया कि सरकार गरीबों और वंचितों के हित में काम कर रही है।
'इस योजना के तहत प्रशिक्षणदौरान हर रोज 500 रुपये भत्ता सरकार की तरफ से दिया जाएगा। आधुनिक टूलकिट के लिए 15 हजार रुपये का टूलकिट वाउचर मिलेगा। जब बैंक आपसे गारंटी नहीं मांगता है तो आपकी गारंटी मोदी देता है
प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर आप अपना कारोबार बढ़ाना चाहते हैं तो शुरुआती पूंजी की दिक्कत ना आए, इसका भी ध्यान सरकार ने रखा है। इस योजना के तहत बिना बैंक गारंटी के तीन लाख रुपये ऋण मिलेगा।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना एक महत्वपूर्ण सरकारी योजना है जो पारंपरिक कारीगरों को उनके व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए तीन लाख का ऋण प्रदान करती है। इस योजना के तहत ऋण प्राप्त करने के लिए पारंपरिक कारीगरों को कुछ निश्चित पात्रता मानदंड पूरा करना होता है। यह योजना कारीगरों को उनके कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त करने में मदद करती है और उनके व्यवसाय को मजबूत करने में मदद करती है।
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