MPTET परीक्षा हिन्दी साहित्य - 24-2-2025
- अ. द्वितीया
- ब. तृतीया
- स. चतुर्थी
- द. पंचमी
एक ओर अजगरहिं लखि, एक ओर मृगराय।
बिकल बटोही बीच ही, पर्यो मूरछा खाय।।
- अ. भयानक रस
- ब. अद्भुत रस
- स. हास्य रस
- द. वीभत्स रस
- अ. गिरिराज किशोर
- ब. काशीनाथ सिंह
- स. अरुण कमल
- द. विनोद कुमार शुक्ल
- आत्मकथा लेखक
- 1. मेरी जीवन यात्रा - राहुल सांकृत्यायन
- 2. सिंहावलोकन - यशपाल
- 3. नीड़ का निर्माण फिर - हरिवंश राय बच्चन
- 4. बसेरे से दूर - अज्ञेय
- अ. लीलाधर जगूड़ी
- ब. अरुण कमल
- स. ज्ञानेन्द्र पति
- द. केदारनाथ सिंह
- अ. क्त
- ब. क्तिन
- स. तव्य
- द. इनमें से कोई नहीं
- अ. भामह
- ब. दण्डी
- स. उद्भट
- द. रूद्रट
- अ. मारवाड़ी
- ब. खड़ी बोली
- स. अवधी
- द. छत्तीसगढ़ी
उपर्युक्त काव्यांश में प्रयुक्त काव्य गुण का नाम है-
- अ. प्रसाद
- ब. ओज
- स. माधुर्य
- द. इनमें से कोई नहीं
- अ. तत्पुरुष
- ब. द्वन्द्व
- स. कर्मधारय
- द. बहुव्रीहि