मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में परीक्षा देकर विवि में टॉप किया तो छात्र को मातृभाषा रत्न व 2 लाख का पुरस्कार
मध्य प्रदेश मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी ने मेडिकल और डेंटल संकाय के छात्रों के लिए एक नई पहल शुरू की है। अब जो छात्र अंग्रेजी के बजाय हिंदी में परीक्षा देंगे और टॉप करेंगे, उन्हें 'मातृभाषा रत्न' की उपाधि और नकद पुरस्कार मिलेगा। यह निर्णय सत्र 2025-26 से लागू होगा।
विवि द्वारा घोषित की गई नई नीति के अनुसार, यदि कोई छात्र संपूर्ण स्नातक पाठ्यक्रम में टॉप करता है तो उसे 2 लाख रुपये का नकद पुरस्कार मिलेगा। जबकि हर वर्ष टॉप करने वाले को 1 लाख रुपये की राशि दी जाएगी।
इस पहल का उद्देश्य चिकित्सा शिक्षा में हिंदी को प्रोत्साहित करना और मातृभाषा में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देना है। इसके लिए कुलगुरु डॉ. अशोक खंडेलवाल की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समिति गठित की गई है, जो इस योजना के कार्यान्वयन पर ध्यान देगी।
यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जो छात्रों को अपनी मातृभाषा में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगा। इससे छात्रों की भारतीय संस्कृति और भाषा के प्रति समझ भी बढ़ेगी।