पीएम नरेंद्र मोदी ने 24 फरवरी को समिट का उद्घाटन किया था। 25 फरवरी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में समिट का समापन हुआ।
भोपाल में दो दिन चली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) में मध्यप्रदेश को 26.61 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। राज्य सरकार का दावा है कि इन प्रस्तावों से प्रदेश में 17.34 लाख रोजगार की संभावना है। उद्योगपतियों ने मैन्युफैक्चरिंग के अलावा रिन्युएबल एनर्जी सेक्टर में सबसे ज्यादा रुचि दिखाई है। अडाणी ग्रुप, रिलायंस जैसी बड़ी कंपनियों ने भी प्रस्ताव दिए हैं।
समिट में पहले दिन 24 फरवरी को 22 लाख 50 हजार 657 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव और एमओयू हुए थे। दूसरे दिन 25 फरवरी को 4 लाख 11 हजार करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। दो दिनों में 6 विभागीय समिट हुई हैं, जिनमें 500 से ज्यादा NRI शामिल हुए और अपने निवेश प्रस्ताव रखे।
इससे पहले रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव और इंटरेक्टिव सेशन में भी निवेश प्रस्ताव मिले थे। इन्हें मिलाकर मध्यप्रदेश को 30.77 लाख करोड़ के निवेश के प्रस्ताव मिल चुके हैं। इनसे 21.40 लाख रोजगार की संभावना है।
एविएशन कंपनी फ्लाई भारती के साथ उज्जैन में एयरपोर्ट डेवलपमेंट के लिए एमओयू हुआ। इसमें 750 करोड़ रुपए का निवेश होगा। वहीं, एअर इंडिया एक्सप्रेस और मध्यप्रदेश नागरिक विमानन विभाग के बीच 5 नई फ्लाइट के लिए MOU साइन हुआ है।
समिट के दूसरे और आखिरी दिन समापन समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल हुए। 25 फरवरी को सबसे पहले प्रवासी मध्यप्रदेश समिट हुई। इसके बाद चार सेक्टर अर्बन, टूरिज्म, एमएसएमई और माइनिंग की समिट हुई। इस दौरान उद्योगपतियों ने एमओयू साइन किए।
24 जनवरी को पीएम नरेंद्र मोदी ने समिट का उद्घाटन किया था। इस दौरान अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी, पतंजलि आयुर्वेद के एमडी आचार्य बालकृष्ण समेत देश के जाने-माने उद्योगपति और निवेशक भी शामिल हुए थे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा पर्यटन पर विशेष समिट होगी। इंदौर, नागदा, उज्जैन, देवास, मक्सी (शाजापुर), पीथमपुर (धार) को जोड़कर महानगर के रूप में विकसित किया जाएगा। भोपाल, सीहोर, रायसेन, विदिशा का भी समन्वित रूप से विकास होगा।
उज्जैन में 3300 हेक्टेयर में धार्मिक नगर विकसित किया जाएगा। वहीं, ग्वालियर, जबलपुर, सागर, रीवा, नर्मदापुरम जैसे छोटे शहर भी अब औद्योगिक विकास के नए केंद्र बन रहे हैं। हेल्थ टूरिज्म के तहत प्रदेश एयर एम्बुलेंस सेवा शुरू की गई है। 10 मार्च को प्रदेश के 9वें टाइगर रिजर्व के रूप में माधव नेशनल पार्क का लोकार्पण होगा।
समिट के दूसरे दिन की शुरुआत प्रवासी भारतीयों के सम्मेलन के साथ हुई। बकिंघमशायर (लंदन) की मेयर प्रेरणा भारद्वाज, फ्रेंड्स ऑफ एमपी (बोस्टन चैप्टर) के अध्यक्ष रोहित दीक्षित, फिजी के हाई कमिश्नर जगन्नाथ सामी, जिम्बाब्वे के राज मोदी, फ्रेंड्स ऑफ एमपी चैप्टर के कई सदस्य और मध्यप्रदेश से जुड़े प्रवासी भारतीयों ने सहभागिता की।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्यप्रदेश के प्रवासी नागरिकों, फ्रेंड्स ऑफ एमपी, इंडिया कनेक्ट के सदस्यों से कहा कि मध्यप्रदेश में रोजगार के नए अवसरों के सृजन में प्रदेश के प्रवासी भारतीयों की महत्वपूर्ण भूमिका है।
जब लंदन में मध्यप्रदेश के निवासी मेयर बनते हैं, तो यहां भी आतिशबाजी की जाती है। यह आंतरिक लगाव और मध्यप्रदेश की सामूहिक शक्ति का प्रतीक है।
फ्रेंड्स ऑफ एमपी ने कहा- तेजी से बढ़ रहा एमपी
फ्रेंड्स ऑफ एमपी (यूएई चैप्टर) के अध्यक्ष जितेंद्र वैद्य ने कहा कि मध्यप्रदेश आज हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। वहीं, हांगकांग के लीडिंग इन्वेस्टर और इंडिया कनेक्ट के ग्लोबल प्रेसिडेंट संजय नागरकर ने कहा कि मध्यप्रदेश ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मामले में लगातार प्रगति कर रहा है। लॉजिस्टिक्स की दृष्टि से यहां असीम संभावनाएं हैं।
जीआईएस में 25 फरवरी को सेक्टरवार 4 डिपार्टमेंटल समिट हुईं। सबसे पहले टूरिज्म फिर माइनिंग, एमएसएमई एंड स्टार्टअप और अर्बन डेवलपमेंट समिट का आयोजन किया गया।
टूरिज्म समिट: पंकज त्रिपाठी बोले-MP में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलप करूंगा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के अलावा एक्टर पंकज त्रिपाठी भी मौजूद रहे। यहां मध्यप्रदेश पर्यटन पर बनी डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई गई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के माध्यम से छोटे शहरों को विकास का मौका मिला है। वहां के लोगों के मन में यह भाव जागा है कि वे भी उद्योगपति बन सकते हैं।
अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने कहा- 2007 में एमपी पर्यटन विभाग ने एक डॉक्यूमेंट्री बनाई थी। इसमें दिखाया था कि एक महिला एमपी घूमने आती है। मैं गाइड बनकर उसे भीमबेटका, सांची, भोजपुर, ग्वालियर घुमाता हूं। उस वक्त मैंने एमपी की खूबसूरती देखी। मुझे तभी एमपी से प्यार हो गया था।
माइनिंग समिट: प्रमुख सचिव ने कहा- मध्य प्रदेश में मिनरल्स की वेलोसिटी है
खनिज विभाग के प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव ने कहा कि मध्य प्रदेश में मिनरल्स की वेलोसिटी है। पावर, मैगनीज, डायमंड में हम देश में नंबर वन हैं। लाइम स्टोन, कोल मेथेन में देश में दूसरे नंबर पर हैं।
प्रमुख सचिव ने कहा कि प्रदेश के सभी क्षेत्रों में कोई न कोई मिनरल जरूर पाया जाता है। इनका दोहन करने के लिए एक रिपोर्ट सिस्टम की जरूरत पड़ती है। मध्य प्रदेश में पॉलिसी सपोर्ट है, जिसमें ग्रांट और अन्य सुविधाएं देने का प्रावधान हैं। यहां हर साल लगभग एक लाख टेक्निकल मैनपॉवर ट्रेंड होकर निकलता है।
सेशन में शामिल होने से पहले खट्टर ने डिजिटल प्रोग्रेस वॉल देखी। बाग प्रिंट की डाई से कपड़े पर ब्लॉक (छापा) लगाया। सीएस अनुराग जैन से पूछा कि भीमबेटका कितनी दूर है?
अर्बन समिट : खट्टर बोले- आज सबसे ज्यादा जरूरत सस्ते मकानों की है
केंद्रीय मंत्री खट्टर ने कहा कि शहर के विकास के लिए अर्बन मोबिलिटी का भी अच्छा होना जरूरी है। विकसित शहरों में रैपिड रेल सर्विस भी शुरू की जा सकती है। आज सबसे ज्यादा जरूरत सस्ते मकान की है। पीएम आवास की अगली योजना में मप्र सरकार द्वारा दिए गए 10 लाख आवासीय मकान के प्रस्ताव को मंजूरी देंगे।
खट्टर ने कहा- सरकारी दफ्तरों के आसपास रेसीडेंशियल डेवलपमेंट पर केंद्र सरकार मदद करेगी। एमपी के चीफ सेक्रेटरी आवास निर्माण में खासी रुचि रखते हैं। उनके अनुभव का लाभ सबको उठाना चाहिए। उन्होंने दिल्ली में भी इसको लेकर काम किया है।
सुझाव लेकर बनाएंगे अर्बनाइजेशन पॉलिसी-विजयवर्गीय
नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि केंद्रीय शहरी विकास एवं आवास मंत्री मनोहर लाल खट्टर आज मध्यप्रदेश के महापौरों की बैठक भी लेंगे। आज हो रहे सत्र के दौरान रियल एस्टेट सेक्टर के प्रमुख लोगों के सुझाव भी लिए जाएंगे। उसके बाद अर्बनाइजेशन को लेकर रणनीति तय की जाएगी।
नगरीय विकास विभाग के प्रमुख सचिव संजय शुक्ला ने अनलॉकिंग लैंड वैल्यू इन सिटीज विषय पर प्रेजेंटेशन देते हुए कहा- अफोर्डेबल हाउसिंग में मध्यप्रदेश सरकार ने अच्छा काम किया है। सरकार आने वाले समय में शहरों के विकास के लिए बॉंड जारी करेगी। इसमें ऐसे शहरों को शामिल किया जाएगा, जो खुद अपना बॉंड जारी नहीं कर सकते।